भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “सत्तालोलुप नेताओं ने राज्य के गौरवशाली इतिहास और वैभवशाली विरासत को कलंकित करने की कोशिश की है। राज्य में बीते पांच दिनों से सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की चर्चाएं जोरों पर हैं।
इसी को लेकर शनिवार (7 मार्च) को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ब्लॉग में लिखा है, “मैं यह कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि सत्ता की लोलुपता भाजपा के नेताओं को इस कदर नैतिक पतन की ओर ले जाएगी कि वे प्रदेश के नागरिकों के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी करने लगेंगे। आज सचमुच भाजपा नेताओं के इस अशोभनीय आचरण ने मध्यप्रदेश के गौरवशाली इतिहास और वैभवशाली विरासत को कलंकित करने की कोशिश की है।” राज्य के ताजा घटनाक्रम को लेकर उन्होंने लिखा है, “मैं हतप्रभ हूं कि भाजपा को आखिर इस कदाचरण की प्रेरणा मिली कहां से है? क्या ये लोग उन माफियाओं से प्रेरित हैं, जिन्हें मैं जड़ से मिटा देना चाहता हूं?
क्या ये लोग उन मिलावटखोरों के प्रभाव में हैं, जिनसे मैं प्रदेश को मुक्त करने का संकल्प ले चुका हूं? क्या इन्होंने इस षड्यंत्र की कुचेष्टा उन रेत माफियाओं और वसूली माफियाओं के साथ मिलकर की है, जिनके खिलाफ मैंने लड़ाई का शंखनाद किया है और प्रदेश के राजस्व को पांच गुना बढ़ाकर रेत माफियाओं की कमर तोड़ दी है?”
मुख्यमंत्री ने ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा, “आज प्रदेश के भाजपा नेताओं ने न सिर्फ प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है, बल्कि उन्होंने प्रदेश के विकास पर सीधा आक्रमण किया है। प्रदेश में धीरे-धीरे आ रहे निवेश और उसकी असीम संभावनाओं को आघात पहुंचाने की धृष्टता की है, किसानों की कर्जमाफी और उनके उज्ज्वल भविष्य पर वार किया है, युवाओं के रोजगार के सुनहरे अवसरों पर प्रहार किया है।”
राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने लिखा है कि प्रदेश के नागरिकों को इंदिरा गृहज्योति योजना से सस्ती बिजली के साकार हो चुके सपने को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है, क्योंकि किसी प्रदेश के विकास की अनिवार्य शर्त है उसकी राजनीतिक स्थिरता। उन्होंने विधायकों पर भरोसा जताते हुए कहा, “मैं आश्वस्त हूं, मेरे सभी विधायक साथी सरकार के साथ दृढ़ता से खड़े हैं, प्रदेश के विकास के प्रति प्रतिबद्ध और समर्पित हैं।”
अपने चार दशक के राजनीतिक सफर का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा, “मैं आज एक बात भाजपा नेताओं को साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने चालीस साल से ज्यादा के अपने सार्वजनिक जीवन में कभी भी नफरत, निराशा और नकारात्मकता को कोई स्थान नहीं दिया है।” उन्होंने कहा, “याद कीजिए, जब मैं केंद्र में मंत्री था और प्रदेश में सरकार भाजपा की थी, तब भी मैंने पूरे मनोयोग से प्रदेश के विकास में अपना योगदान दिया है। एक क्षण भी मेरे मन में इस बात का ख्याल कभी नहीं आया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और मैं उसे अस्थिर करूं। मेरे अंतरमन में हमेशा मध्यप्रदेश की तरक्की का भाव ही रहा है।”
कमलनाथ ने भाजपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा, “भाजपा नेताओं से में अनुरोध करता हूं कि वे सत्ता की भूख का प्रदर्शन इस तरह न करें कि लोगों का प्रजातंत्र पर से भरोसा ही उठ जाए।” कमल नाथ हनुमान भक्त हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में हनुमान जी की विशाल आदमकद प्रतिमा स्थापित कराई है। उन्होंने प्रार्थना करते हुए लिखा है, “मैं प्रार्थना करता हूं कि हनुमान जी भाजपा को मर्यादा, संयम और चरित्रबल दें, ताकि हमसब पक्ष और प्रतिपक्ष मिलकर प्रदेश के विकास के स्वप्न को साकार कर सकें।”