छिंदवाड़ा: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने एक समारोह में कहा कि जब इंदिरा गांधी सरकार थी, 90 हजार पाकिस्तानी जवानों ने सरेंडर किया था। यह उसकी बात नहीं करेंगे, कहते हैं मैंने सर्जिकल स्ट्राइक की। कौनसी सर्जिकल स्ट्राइक? कमलनाथ ने कहा कि न कोई आंकड़े हैं, न फोटो हैं, केवल मीडिया में इसका शोर है... हमारी आर्मी, एयर फोर्स कोई फेक काम नहीं करती। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में मोदी सरकार पर तंज कसते हुए संवाददाताओं से कहा कि बस केवल मीडिया में सर्जिकल स्ट्राइक हो गई। किसी ने कोई फोटो देखी है? किसी ने कोई आंकड़े देखे हैं? मैं पूछना चाहता हूं कि कितने लोग मारे गए? कितनी इमारतें गिराई गईं? कितने आंतकवादियों को मारा? आज तक न तो आंकड़े दिए हैं और न ही कोई फोटो दिए हैं। केवल मीडिया में इसका शोर है।
कमलनाथ ने मोदी सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत पेश करने की मांग करते हुए कहा कि मैंने तो यह कहा भी है कि जनता को इसमें (सबूत मांगने में) कोई संकोच या शर्म क्यों आएगी?
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आपको लगता है कि सर्जिकल स्ट्राइक फर्जी थी तो इस पर उन्होंने कहा, नहीं। देखिए हमारी सेना और वायुसेना कोई फेक काम नहीं करती। हमें तो बड़ा गर्व है अपनी वायु सेना और सेना पर कि ऐसी घटना हुई। लेकिन देश को और आपको जानकारी तो दें।
कमलनाथ ने कहा कि हम सर्जिकल स्ट्राइक पर शक नहीं कर रहे। लेकिन बस यह कह देना सर्जिकल स्ट्राइक हुई, यह पर्याप्त नहीं है। देश की जनता को तो बताएं कि यह कहां हुई, कैसे हुई और इसके क्या परिणाम थे। देश की जनता यह जानना चाहती है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये एक सर्जिकल स्ट्राइक भी दिखा दें। इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के 90,000 सैनिकों को आत्मसमर्पण कराया था। उनको गिरफ्तार किया था और इसे पूरे देश की जनता ने देखा, विश्व ने देखा।
शिवराज का पलटवार
वहीं, पूर्व सीएम शिवराज चौहान ने कमलनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा आतंकवादियों को सम्मान देती है और देशभक्तों का अपमान करती है। अगले किसी सीएम की तरफ से ऐसा बयान आता है तो ये सेना का अपमान है।