भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा-पत्र में पार्टी का ''नरम हिन्दुत्व वाला चेहरा पेश करने का प्रयास किया गया है इसलिए भगवान राम, नर्मदा, गौवंश और गौमूत्र का उल्लेख किया गया है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आए तो सरकारी दफ्तरों और परिसर में आरएसएस की शाखा नहीं लगेगी। इतना ही नहीं अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह सरकारी फैसला वापस ले लेगी जिसमें सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस की शाखा में जाने की इजाजत दी गई थी।
मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मतदान के मद्देनजर ने विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को घोषणा पत्र (वचन पत्र) में सत्ता में आने पर चित्रकूट से शुरू होने वाले राम पथ गमन (भगवान राम द्वारा वनवास के दौरान तय किया गया रास्ता) का प्रदेश की सीमा तक निर्माण करने का भी वादा किया है। इसके साथ ही प्रदेश की जीवनरेखा पवित्र नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए मां नर्मदा न्यास अधिनियम लाकर नर्मदा नदी के परिक्रमा पथ पर 1100 करोड़ रुपयों की लागत से विश्रामस्थलों के निर्माण करने की भी घोषणा की गई है।
कांग्रेस ने प्रदेश में ग्राम पंचायत स्तर पर गोशाला खोलने और चिन्हित इलाकों में गो अभ्यारण्य बनाने की घोषणा की है। इसके अलावा गोशाला के गोबर, खाद, कण्डा, गौमूत्र एवं अन्य वस्तुओं का व्यावसायिक स्तर पर उत्पादन करने तथा दुर्घटना में घायल गायों का उपचार एवं मृत गायों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने की बात भी कही गई है।
इतना ही नहीं कांग्रेस ने कहा है कि बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की परीक्षाओं में पिछले 10 सालों में शामिल हुए लाखों उम्मीदवारों का शुल्क वापस लौटाए जाएंगे और सूबे में भर्ती घोटाले के लिए कुख्यात 'व्यापमं को बंद करने का वादा किया है।