इंदौर: पाकिस्तान से लगती सीमा की संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार ने तकनीक का सहारा लेने का फैसला किया है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को जम्मू क्षेत्र में दो खंडों में बने 11 किलोमीटर लंबी हाईटेक सुरक्षा तंत्र का उद्घाटन करेंगे। वहीं, बीएसएफ ने बताया कि दो हजार किलोमीटर लंबी सीमा पर यह प्रणाली लगाने का काम हो रहा है। बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) के के शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, हमने पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं के पास कुल मिलाकर लगभग 2,000 किलोमीटर की लंबाई में फैले ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है, जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं।
समय आने पर हम इन क्षेत्रों में अपनी उस योजना का सिलसिलेवार तरीके से विस्तार करेंगे, जो अत्याधुनिक तकनीकों और उपकरणों के जरिये भारतीय सरहदों की निगरानी से जुड़ी है। शर्मा ने कहा, हो सकता है कि हम आने वाले समय में पाकिस्तान सीमा से लगे क्षेत्रों में इस योजना को अमली जामा पहनाने को अपेक्षाकृत ज्यादा तवज्जो दें।
उन्होंने कहा,सीमाओं की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने की इस योजना के तहत बीएसएफ ने जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान सीमा से सटे दो स्थानों पर 5.5-5.5 किलोमीटर के दो खंडों में निगरानी की विशेष प्रणाली विकसित की है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह 17 सितंबर को इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे।
महानिदेशक ने कहा, सीमा पर किसी भी अवांछित या असामान्य हरकत की स्थिति में हमें इस तंत्र की मदद से फौरन सूचना मिल जाएगी और जरूरत पड़ने पर हम फटाफट प्रतिक्रिया दे सकेंगे। उन्होंने कहा, गर्मी, सर्दी, बर्फबारी और बरसात के प्रतिकूल मौसमी हालात में भी सरहदों की 24 घंटे रक्षा करने वाले बीएसएफ जवानों को इस तंत्र से काफी मदद मिलेगी।