भोपाल: आरएसएस की ड्रेस कोड में बदलाव किए जाने के करीब दो साल बाद कांग्रेस के ज़मीनी संगठन 'सेवा दल' ने भी अब अपना पहनावे में बदलाव का फैसला किया है। अभी तक सेवा दल के सदस्य सफेद कुर्ता और पायजामा पहनते थे, लेकिन राहुल गांधी से सीख लेते हुए अब सेवा दल के सदस्य कुर्ते के साथ नीली जीन्स पहनेंगे। राहुल गांधी कुर्ते के साथ जींस पहनते रहे हैं और इसे उनका स्टाइल माना जाता है। मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रमुख योगेश यादव ने बताया कि कांग्रेस सेवादल में 10 सालों से जुड़े कार्यकर्ताओं की संगठन पदोन्नति करेगा।
उन्होंने कहा कि सेवादल महात्मा गांधी के विचारों को मानता है और उनके अहिंसावादी सिद्धांतों को सेवादल ने आत्मसात किया है। आपको बता दें कि कांग्रेस सेवादल को फौजी अनुशासन के लिए जाना जाता है। एक समय कांग्रेस में शामिल होने के लिए पहले सेवादल की ट्रेनिंग जरूरी मानी जाती थी। कहा जाता है कि इंदिरा गांधी ने कांग्रेस में राजीव गांधी की एंट्री सेवादल में ट्रेनिंग के बाद ही कराई थी।
यूथ विंग बनाने की तैयारी
कांग्रेस सेवादल राष्ट्रहित और धर्मनिरपेक्षता को अपनी विचारधारा मानता है। उन्होंने कहा कि सेवादल में जल्द ही एक यूथ विंग बनाने की तैयारी की जा रही है। ये बदलाव उन्हीं के लिए किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीते दिनों राष्ट्रीय स्तर का एक प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया था। ये प्रशिक्षण वर्ग एक महीने का था। इसमें ये बात उठी कि सफेद रंग की यूनीफॉर्म शाम तक पहने रहना पड़ता है और ये गंदी हो जाती है। प्राकृतिक आपदा या दूसरे सेवा कार्यों के वक्त भी ये यूनीफॉर्म जल्दी गंदी होती है, इसलिए इसमें बदलाव किया जाना चाहिए। ये प्रस्ताव राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने रखा गया और उन्होंने इस बदलाव को हरी झंडी दे दी। उन्होंने बताया कि तय किया गया है कि बैठक के वक्त यूनीफार्म तो परंपरागत सफेद पेंट शर्ट ही रहेगी, लेकिन कैजुअल यूनीफार्म के तौर पर नीली जींस, सफेट टी शर्ट और व्हाईट कैप को भी यूनीफार्म में शामिल कर लिया गया है।
नए ड्रेस कोड पर राहुल गांधी ने लगाई मुहर
योगेश यादव ने बताया कि राहुल गांधी ने तय किया था कि सेवादल के कार्यकर्ता जींस पैंट किसी भी रंग का पहन सकते हैं। वहीं शर्ट की जगह टी शर्ट का भी उपयोग कर सकते हैं। गांधी टोपी की जगह लेटेस्ट कैप का उपयोग कर सकते हैं। कांग्रेस सेवादल ने ये भी तय किया है कि यूनीफार्म पहने वक्त कोई कार्यकर्ता किसी नेता के पैर नहीं छुएगा। सलामी केवल ध्वज को दी जाएगी, नेता को सलामी देने का चलन बंद किया जाएगा। 10 साल तक लगातार सक्रिय कार्यकर्ताओं को पदोन्नत करने का फैसला भी लिया गया है। यूनीफार्म में बदलाव की एक वजह कांग्रेस सेवादल की तरफ युवाओं का रुझान बढ़ाना है।
उधर, भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने सेवादल के ड्रेस कोड पर कहा कि जींस-टीशर्ट एक छोटी और ओछी मानसिकता है। कांग्रेस को वह कांग्रेस बनने के बारे में सोचना चाहिए जो नेहरू, गांधी, सुभाष चंद्र बोस ने बनानी चाही थी। पहनावा बदलने से नीयत नहीं बदलती है।
गौरतलब है कि आजादी के बाद से कांग्रेस में सेवादल को केवल रस्मी बना दिया गया था। पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में अनुशासन को बनाने की जिम्मेदारी सेवादल ही निभाता है। काफी पहले नेताओं में सेवादल का पदाधिकारी बनने की होड़ होती थी। वहीं, अब युवा एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस में ही बने रहना पसंद करते हैं।