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बैतूल: 15 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद भी कांग्रेस में हंगामा संस्कृति कायम है। कमलनाथ भी कार्यकर्ताओं को अनुशासित करने में सफल होते नजर नहीं आ रहे हैं। बैतूल में कमलनाथ के सामने कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। नेता एक दूसरे को धकियाते नजर आए। मंच से शांति की अपील की जाती रही लेकिन शांति नजर नहीं आई। हालात यह थे कि कमलनाथ के भाषण के समय भी हंगामा चलता रहा. ये सबकुछ तब हुआ जब अतिथि के रूप में पांडुचेरी के मुख्यमंत्री बी नारायण स्वामी मौजूद थे।

जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में मंच पर पूरे समय भगदड़ मची रही। क्षमता से अधिक कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए जिससे मंच टूटने का खतरा बना था। वहीं कार्यकर्ताओं को संभालने की बात को लेकर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष समीर खान और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण गोठी आपस में उलझ पड़े। यहां तक कि धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक विवाद होते रहा। इसके बाद पूर्व विधायक सुखदेव पांसे ने माइक संभाला।

कांग्रेस कार्यकर्ता किसी की सुनने को तैयार नहीं थे इसी अव्यवस्था के बीच पांडुचेरी के मुख्यमंत्री बी नारायण स्वामी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का भाषण हुआ। कमलनाथ पूरे भाषण के समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चुप करने की कोशिश करते रहे। एक बार फिर कांग्रेस में अनुशासन की कमी दिखाई दी और झूमझटकी से वरिष्ठ नेता भी नाराज दिखे।

गुटबाजी आई खुलकर सामने

कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में एक बार फिर कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आई है। अलग-अलग गुटबाजी में बटी कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने नेताओं के समर्थन में जमकर नारेबाजी करते रहे। अपने नेताओं के समर्थन में अलग-अलग गुटों के कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग जुलूस निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया।

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