मुंबई: अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा के साथ रिश्तों में बर्फ जमने के साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे। ऐसे साफ संकेत हैं कि पार्टी उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ेगी। हालांकि उद्धव मुख्य रूप से गंगा आरती करने के लिए वाराणसी जाएंगे, इस कदम को उनके चुनाव में दावेदारी पेश करने से पहले प्रमुख हिंदी भाषी राज्य में राजनीतिक आबोहवा का जायजा लेने की कोशिश समझा जा रहा है। शिवेसना नेता संजय राउत ने पुष्टि की कि उद्धव वाराणसी जाएंगे लेकिन कब जाएंगे, इसका खुलासा नहीं किया। पार्टी के सूत्रों के अनुसार भाजपा के बाद राजग में शामिल सबसे बड़े दल की योजना राज्य की 403 में से करीब 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की है। इसे चुनाव में भाजपा की संभावनाएं पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है जिसके नियंत्रण रेखा पर सेना के लक्षित हमले के बाद देशभक्ति की भावनाओं का दोहन करने की संभावना है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी दो अगस्त को वाराणसी में एक बड़ा रोड शो आयोजित कर अपनी पार्टी के चुनाव अभियान की शुरूआत की थी। उत्तर प्रदेश में शिवसेना के पार्टी प्रभारी राउत ने कहा कि भाजपा, बसपा, सपा और कांग्रेस सहित सभी बड़ी पार्टियों के नेता शिवसेना के संपर्क में हैं जो इस बार चुनाव में काफी रूचि ले रही है।
राज्यसभा के सदस्य राउत ने इस बात को खारिज कर दिया कि शिवसेना उत्तर प्रदेश चुनाव में इस वजह से रूचि ले रही है क्योंकि उसने मुंबई का नगरपालिका चुनाव अकेले लड़ने की भाजपा के स्थानीय नेताओं की धमकी के बाद जैसे को तैसा की नीति अपनायी है।