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मुंबई: मुंबई में अब तक के सबसे बड़े किडनी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। मामले में हीरानंदानी अस्पताल के पांच डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार डॉक्टरों में सबसे अहम नाम डॉ. सुजीत चटर्जी का है, जो हीरानंदानी अस्पताल के सीईओ हैं जबकि दूसरा अहम नाम डॉ. अनुराग नाइक का है। डॉ. नाईक हीरानंदानी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर हैं। बाकी के आरोपी डॉक्टरों के नाम मुकेश शेट्टी, मुकेश शाह और प्रकाश शेट्टी हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हीरानंदानी अस्पताल के पांच डॉक्टरों को आज पुलिस रिमांड के लिए अंधेरी की मेट्रोपॉलिटन अदालत में पेश किया जाएगा। मुंबई में अब तक ये पहला किडनी रैकेट है, जिसमे इतने बड़े स्तर पर डॉक्टरों की सांठगांठ पाई गई है और उनकी गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में अब तक कुल 14 गिरफ्तारी की जा चुकी हैं। इस किडनी रैकेट का भंडाफोड़ पिछले महीने 15 जुलाई को हुआ था। मुंबई के पवई स्थित हीरानंदानी अस्पताल नेशनल एक्रीडिशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल्स (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त अस्पताल है। पिछले महीने एक शिकायतकर्ता ने अस्पताल प्रशासन को सूचना दी कि किसी डोनर की पहचान बदलकर उसकी किडनी किसी और को दी जा रही है। पुलिस ने उस समय दो दिनों के अंदर ही चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले किडनी रैकेट के मामले में पुलिस ने गुजरात से युसूफ दीवान (45) को गिरफ्तार किया था।

पुलिस की पूछताछ में उसने खुलासा किया था कि गुजरात में कई गिरोह सक्रिय हैं, जो गरीब परिवार के लोगों को मोटी रकम एवं नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें अपनी किडनी देने के लिए तैयार करते हैं और किडनी ट्रांसप्लांट के बाद में उन्हें दो से तीन लाख रुपए देकर धोखाधड़ी करते हैं।

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