मुंबई (जनादेश ब्यूरो): मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार (27 अक्टूबर) को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 20 प्रत्याशियों का नाम हैं। इस सूची में पार्टी ने वर्ली विधानसभा सीट से आदित्य ठाकरे के सामने मिलिंद देवड़ा को चुनावी मैदान में उतारा है।
आदित्य ठाकरे के सामने मिलिंद देवड़ा को मैदान में उतारा
शिंदे गुट की इस लिस्ट की खास बात ये है कि इस सूची में पार्टी ने बीजेपी के नेताओं को अपनी सिंबल पर उम्मीदवार बनाया है। अंधेरी पूर्व से मुरजी पटेल को शिवसेना ने टिकट दिया है। मुरजी पटेल बीजेपी के नेता हैं। वहीं बालाजी किणीकर को अंबरनाथ से प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा दिंडोशी से संजय निरुपम को शिवसेना ने टिकट दिया है। कुडाळ सीट से निलेश नारायण राणे उम्मीदवार बनाए हैं। वहीं वर्ली सीट पर उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे के सामने मिलिंद देवड़ा को उतारा है। शिंदे गुट की शिवसेना ने 45 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। पहली लिस्ट में एकनाथ शिंदे का भी नाम था।
शिंदे 28 अक्टूबर को भरेंगे नामांकन
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कोपरी-पचपकड़ी से चुनाव लड़ रहे हैं। वह 28 अक्टूबर को नामांकन भरेंगे।
सीएम एकनाथ शिंदे ने आज डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है। यह मुलाकात करीब एक घंटे चली है। इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री पे अब उन नेताओं से मुलाकात की, जो चुनाव लड़ने को लेकर इच्छुक हैं। मुख्यमंत्री के वर्षा बंगले पर आने वाले नेताओ में मीरा भयंदर की निर्दलीय विधायक गीता जैन भी है। विधायक गीता जैन ने महायुति की उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की।
इन नेताओं ने भी टिकट को लेकर की मुलाकात
इससे पहले अंधेरी पूर्व से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक मुरजी पटेल भी सीएम शिंदे से मिलने उनके वर्षा बंगले पर पहुंचे थे। वहीं, सदा सरवणकर और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। सदा सरवणकर को माहिम से टिकट दिया गया है। लेकिन ऐसी चर्चा है कि महायुति अब माहिम से प्रत्याशी नहीं उतारना चाहती क्योंकि राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे वहां से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसी जानकारी भी सामने आई है कि सदा सरवणकर को शिवसेना की ओर से अल्टीमेटम दिया गया है, जबकि वह 28 अक्टूबर को नामांकन भरने की तैयारी कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर है। जबकि महायुति में कुछ सीटों पर साझेदारी की फाइनल तस्वीर नहीं आई है। वहीं, रामदास अठावले कोई सीट ना मिलने पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं और उन्होंने डिप्टी सीएम फडणवीस से मुलाकात की है। अठावले ने दावा किया है कि उन्हें दो सीट देने का वादा किया गया है।