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मुंबई: रायगढ़ के महाड़ में मुंबई-गोवा हाइवे पर बना ब्रिटिश कालीन पुल बारिश की वजह से बह गया है। महाबलेश्वर इलाके में भारी बारिश के चलते सावित्रि नदी में आए तेज बहाव के बाद पुल बहा। इसमें 2 बसें और तीन गाड़ियां बह गई हैं, जिसमें 18 मुसाफिर, दो ड्राइवर और दो कंडक्टर लापता हैं। पुलिस ने एपी को बताया कि दो या तीन वाहनों के इसमें बह जाने की खबर हैं, जिसमें कई लोग मौजूद थे। पुलिस अधिकारी संजय पाटिल ने कहा कि बचावदल को अभी तक कोई वाहन या लापता लोग नहीं मिले हैं। यह ब्रिज मंगलवार रात टूट गया था। एनडीआरएफ के ओपी सिंह ने कहा कि करीब 80 बचावकर्मी, जिसमें गोताखोर भी शामिल हैं, बचावकार्य में लगे हैं, लेकिन भारी बारिश की वजह से उनका काम प्रभावित हो रहा है। कोस्ट गार्ड ने चेतक हेलीकॉप्टर से लापता लोगों को ढूंढने का अभियान शुरू किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम फडणवीस ने कहा, ‘‘मुंबई-गोवा राजमार्ग पर स्थित पुल के ढहने की घटना के बारे में मैंने रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से बात की है। बचाव कार्य और तात्कालिक उपायों के लिए प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।’’ उन्होंने बताया, ‘‘वहां दो समानांतर पुल थे। इनमें से एक पुल नया था जबकि दूसरा अंग्रेजों के जमाना का था। पुराना वाला पुल गिरा है।’’ उन्होंने कहा कि पुल पर पड़ने वाला भारी दबाव पुल गिरने की मुख्य वजह लग रहा है। यह दबाव महाबलेश्वर में भारी बारिश के कारण सावित्री नदी में आई बाढ़ के कारण है।

फडणवीस ने आज सुबह ट्वीट कर कहा, ‘‘राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। प्रशासन नए पुल की मजबूती और क्षमता का आकलन कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हताहत हुए लोगों के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है।’’ वहीं भारी बारिश और गंगापुर डैम से पानी छोड़ने के बाद नासिक के हालात बिगड़ गए हैं। गोदावरी नदी से सटे इलाके पानी में डूबे गए हैं। सेना राहत और बचाव में जुटी है। मौसम विभाग ने नासिक में अगले 24 घंटों में हल्की बारिश की चेतावनी जारी की है। बाढ़ की वजह से अबतक एक महिला के मारे जाने की ख़बर है। वहीं नासिक के कई इलाक़ों में पानी भर गया है. बताया जा रहा है कि गंगापुर बांध से पानी छोड़ा गया है, जिसके बाद इलाक़ों में पानी भर गया है। खबर यह भी है कि सायखेड़ तहसील के कई गांवों का शहर से संपर्क भी टूट गया है। हालात पर काबू पाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है और 300 जवानों को राहत बचाव कार्य में लगाया गया है। उधर, गुजरात के वलसाड में फंसे 28 लोगों को कोस्ट गार्ड ने बचाया है। कल दमन में कोस्ट गार्ड एयर स्टेशन को वलसाड प्रशासन की तरफ से खबर मिली थी कि औरंगा नदी का पानी बढ़ने की वजह से वलसाड के पास 10 लोग फंस गए हैं। इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया है और लोगों को बचाया गया। असम में भी बाढ़ की वजह से हाल अभी तक बिगड़े हुए हैं। राज्य के सभी ज़िले बाढ़ की चपेट में है और 17 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। सरकार की ओर से राहत और बचाव का काम जारी है और लोगों को राहत शिविरों में ठहराया जा रहा है। असम में बाढ़ से केवल इंसान ही नहीं जानवरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। काज़ीरंगा नेशनल पार्क में पानी भरा हुआ है और यहां रहने वाले कई गैंडे पानी में फंसे हैं। वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो अब तक 200 से ज्यादा जानवरों की मौत हो चुकी है, जिसमें कई गैंडे शामिल हैं।बसों की जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 02141222118 जारी किया गया।

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