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मुंबई: मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने आज (शुक्रवार) अपने चचेरे भाई और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों भाईयों के बीच संबंधों में खटास जगजाहिर है। लेकिन इस हालिया मुलाकात के अटकलें लगने लगी हैं कि अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण वृहन्नमुंबई नगर निकाय चुनावों (बीएमसी) में वे दोनों हाथ मिला सकते हैं। दादर में रहने वाले राज, उद्धव के उपनगरीय बांद्रा इलाके में स्थित आवास मातोश्री पहुंचे। शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि इस मौके पर कोई और कार्यकर्ता या नेता मौजूद नहीं था। साल 2012 में उद्धव की एंजियोप्लास्टि हुई थी जिसके बाद राज ही उन्हें घर तक लेकर गए थे। तब भी उन दोनों के बीच संबंध सुधरने की अटकलें लगी थीं। उद्धव को सीने में दर्द की शिकायत के बाद बांद्रा स्थित लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जब यह खबर उद्धव के पास पहुंची तब वे पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने अलिबाग जा रहे थे लेकिन इरादा बदलते हुए तुरंत अस्पताल अपने भाई से मिलने जा पहुंचे। बीएमसी चुनाव इन चचेरे भाईयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं जो आमतौर पर एक दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं। महाराष्ट्र सरकार में भाजपा प्रमुख दल है और शिवसेना उसकी साझेदार है जबकि इसके ठीक विपरीत बीएमसी में शिवसेना प्रमुख दल है और भाजपा उसकी सहयोगी। इसीलिए शिवसेना बीएमसी में अपनी सत्ता कायम रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उद्धव हाल ही में 56 वर्ष के हुए हैं। वे साल 2004 से पार्टी के मामलों को देख रहे हैं।

2005 में राज ने शिवसेना छोड़ दी थी और नई पार्टी मनसे का गठन किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके चाचा बाल ठाकरे की पार्टी शिवसेना को उद्धव और उनकी मंडली नुक्सान पहुंचा रहे हैं। बीते विधानसभा चुनाव में मनसे का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और पार्टी का केवल एक ही विधायक चुनाव जीता था। 2009 के चुनाव में मनसे के 13 विधायक जीते थे।

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