मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है। पवार ने यहां यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में अपनी आत्मकथा का विमोचन करने के अवसर पर अध्यक्ष पद छोड़ने का एलान किया। जिस पर राकांपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। पवार ने कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है।''
उन्होंने पार्टी की आगे की रणनीति तय करने के लिए वरिष्ठ नेताओं का पैनल बनाने की घोषणा की। हालांकि, राकांपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पवार से फैसला वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक पवार फैसला वापस नहीं लेते वे समारोह स्थल से नहीं जाएंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे पवार की राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना का महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठजोड़ बनाने में अहम भूमिका रही है। पवार ने 2019 के महाराष्ट्र चुनाव के बाद एमवीए सरकार बनाने के लिए अहम भूमिका अदा की थी।
उन्होंने एनसीपी, कांग्रेस और वैचारिक रूप से अलग नजरिया वाली शिवसेना को एक साथ लाने में का काम किया था और बीजेपी को सत्ता से बाहर रखा था।
गौरतलब है कि शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने ठीक 15 दिन पहले कहा था कि आने वाले 15 दिनों में ''दो बड़े राजनीतिक विस्फोट'' होने वाले हैं। संवाददाताओं से बात करते बुए सुप्रिया सुले ने कहा था कि एक (विस्फोट) दिल्ली में और एक महाराष्ट्र में होगा। आप जानते हैं कि मैं वास्तविकता में जीती हूं। यदि आप मुझसे आज के बारे में पूछें, तो मैं आपको बता सकती हूं.।मुझे नहीं पता कि 15 दिन बाद क्या हो रहा है।"