किराडपुरा: महाराष्ट्र के संभाजीनगर के किराडपुरा में रात को दो गुटों में हुए झगड़े ने बड़ी हिंसा का रूप ले लिया। हिंसा पर काबू पाने के लिए पहुंची पुलिस पर भी भीड़ ने हमला कर दिया और पुलिस की कई गाड़ियां जला दी। जिसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को भगाया और हिंसा पर काबू पाया। उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 10 टीम बनाई गई है। यहां अब शांति का माहौल है।
शहर में सुरक्षा बढ़ाई गई
पुलिस ने कहा कि लगभग 500-600 लोग हमले में शामिल थे और अभी तक उनकी पहचान नहीं की जा सकी है। पुलिस आयुक्त निखिल गुप्ता ने कहा कि यह घटना किराडपुरा में हुई, जहां प्रसिद्ध राम मंदिर है। हिंसा के दौरान करीब छह से सात वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस मामले में अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है। लोगों को तितर-बितर करने के लिए हमने बल प्रयोग किया, अभी स्थिति शांतिपूर्ण है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जांच जारी है।"
राम नवमी और रमजान को देखते हुए जले हुए वाहनों को हटा दिया गया है और शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। फिलहाल शहर में शांति है। पुलिस के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। संभाजीनगर से एआईएमआईएम सांसद, इम्तियाज जलील ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि राम नवमी और रमजान महत्वपूर्ण त्यौहार हैं, शांति बनाएं रखें। अपने-अपने घरों को जाएं और शहर में शांति बरकरार रखें।
पुलिस के मुताबिक कुछ लड़कों में हुई बहस के बाद यहां हिंसा हो गई। जानकारी के अनुसार विवाद की शुरुआत दो समुदाय के लड़कों में घोषणाबाजी को लेकर हुई, जो इतनी बढ़ गई कि सैकड़ों लोग इक्ट्ठा हो गए और जमकर पत्थरबाजी की गई।