मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी मुंबई तथा महाराष्ट्र के अन्य नगर निगमों के लिए फरवरी में होने वाले चुनावों में अपने दम पर उतरेगी। ठाकरे की गुरुवार शाम की गयी इस घोषणा से इस बारे में जारी रहस्य समाप्त हो गया है कि दोनों दल देश के सबसे धनवान नगर निगम बृहन्मुंबई महानगरपालिका (एमसीजीएम) के लिए मिलकर चुनाव लड़ेंगे या नहीं। महाराष्ट्र में दोनों सत्तारूढ़ सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत में गतिरोध आ गया था। गोरेगांव में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए ठाकरे ने भाजपा का नाम लिये बगैर कहा, ‘मैं किसी के सामने नहीं झुकूंगा। अगर कोई सोचता है कि हम उन से कम हैं तो हम उन्हें हटाकर दिखा देंगे।’ ठाकरे ने अपने तीखे भाषण में कहा कि शिवसेना बिना गठबंधन के चुनाव लड़ने को तैयार है और हमें ऐसे सिपाहियों की जरूरत है जिनमें पीछे से वार करने के बजाय सामने से हमला करने का साहस हो। शिवसेना अध्यक्ष ने कहा, ‘एक बार मैंने फैसला कर लिया तो मैं नहीं चाहता कि इस पर कोई सवाल खड़ा करे। अगर आप मेरे साथ खड़े रहने का वादा करते हैं तो मैंने महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। मैं किसी के दरवाजे पर गठबंधन के लिए भीख का कटोरा लेकर नहीं जाऊंगा। मैंने फैसला कर लिया है कि किसी नगर निगम या जिला परिषद के चुनाव में कोई गठबंधन नहीं होगा।’ तमिलनाडु में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव जल्लीकट्टू से कम नहीं हैं जहां एक सांड़ को हमेशा के लिए काबू में करना जरूरी है।
शिवसेना के नियंत्रण वाले एमसीजीएम के कामकाज में पारदर्शिता की भाजपा की मांग के संदर्भ में ठाकरे ने कहा, ‘जब आप पारदर्शिता की बात करते हैं तो हम राज्य सरकार और केंद्र में भी उसी तरह की पारदर्शिता की अपेक्षा रखते हैं।’ ठाकरे ने भाजपा का नाम नहीं लिया लेकिन चुटीले अंदाज में कहा, ‘मैंने किसी से कहा कि हम भी कुछ गुंडों की भर्ती कर लें। लेकिन फिर मुझे बताया गया कि कोई नहीं बचा। मेरे शिवसैनिक आपके सभी आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार हैं लेकिन आप सुनिश्चित कर लीजिए कि पुलिस इस मामले में शामिल नहीं हो।’ भाजपा नीत केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए शिवसेना प्रमुख ने आरोप लगाया कि देश में आज डर का माहौल है और सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ जो भी बोलता है, उसे राष्ट्रविरोधी बताया जाता है। उन्होंने कहा, ‘वो लोग आज सब कुछ भूल गये हैं जिनके साथ अगर शिवसेना सुप्रीमो (दिवंगत बाल ठाकरे) नहीं खड़े होते तो वे कचरे की पेटी में होते।’ ठाकरे ने कहा, ‘जब आप प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री का पद अपने पास रखते हो तो हम एक शब्द नहीं बोलते, ना ही हम बेहतर मंत्रालयों की मांग करते हैं। लेकिन आप मेरे अपने घर में आकर मुझे बेदखल करने की कोशिश करेंगे तो मैं बर्दाश्त नहीं करंगा।’ बृहन्मुंबई महानगरपालिका के साथ नासिक, पुणे, कोल्हापुर और नागपुर समेत राज्य के 10 नगर निगमों के लिए चुनाव 21 फरवरी को होना है। राज्य की 25 जिला परिषदों के लिए चुनाव दो चरणों में 16 और 21 फरवरी को होगा।