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मुंबई: अवैध धन का सफाया करने में लोगों से सहयोग करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावनात्मक अपील के बावजूद, शिवसेना ने आज (सोमवार) विमुद्रीकरण को ‘नारकीय और अव्यवस्थित’ करार देते हुये कहा कि इसकी वजह से देश में ‘वित्तीय अराजकता’ का माहौल है। शिवसेना ने कहा कि पाकिस्तान पर हमला बोलने के बजाय मोदी ने भारतीय नागरिकों को घायल कर दिया जिनके पास किसी तरह का काला धन नहीं है और जिन कुछ लोगों के पास वास्तव में अवैध धन हैं वे इसे सुरक्षित तरीके से विदेशी बैंकों में जमा कर चुके हैं। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया, ‘125 करोड़ भारतीय बिना भोजन और पानी के चुभती गर्मी में कतार में खड़े हैं। क्या आप उनसे भविष्य में समर्थन की उम्मीद करते हैं।? क्या आप लोगों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर उनके दिये हुये आशीर्वाद का भुगतान कर रहे हैं? यह उन लोगों के साथ जबरदस्त धोखा है।’ शिवसेना ने आरोप लगाया कि काले धन के प्रवाह को रोकने के लिए मोदी द्वारा अपनाया गया रास्ता ‘नारकीय’ और ‘अव्यवस्थित’ है जिसकी वजह से देश में ‘वित्तीय अराजकता’ का माहौल है।

 

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