नई दिल्ली: राजस्थान के भरतपुर जिले में गुर्जर समुदाय के सदस्यों ने सोमवार को राज्य में शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर अपना विरोध जारी रखा। उन्होंने प्रशासन के साथ बातचीत करने के लिए किसी भी सरकारी कार्यालय का दौरा करने से भी इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा, 'इस बार हमारा प्रतिनिधिमंडल सरकार के साथ बातचीत करने के लिए कहीं नहीं जाएगा। अगर सरकार बात करना चाहती है, तो वे यहां आकर रेलवे ट्रैक पर हमसे मिल सकते हैं”।
जिले के पीलूपुरा गांव में बड़ी संख्या में गुर्जरों ने रविवार को रेलवे ट्रैक पर अपना आंदोलन चलाया था। अधिकारियों ने कहा कि कुछ आंदोलनकारियों द्वारा पीलूपुरा से गुजरने वाली मुंबई-दिल्ली रेल पटरियों को क्षतिग्रस्त करने के बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। उन्होंने बाद में मुंबई-दिल्ली पटरियों की फिश प्लेट को उखाड़ दिया और कुछ ने बयाना-हिंडौन मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। कुछ समय बाद पटरियां साफ हो गईं।
भरतपुर के जिला कलेक्टर नाथमल देदाल ने कहा कि राज्य मंत्री अशोक चांदना ने पीलूपुरा में गुर्जर नेता किरोड़ीलाल बैंसला से मुलाकात की। देदाल ने रविवार को कहा, "कल भी हमने गुर्जर समुदाय के एक धड़े के साथ बैठक की थी, जो राज्य सरकार के आश्वासन से संतुष्ट थे।"
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने हालांकि कहा कि उन्होंने किसी के साथ बात नहीं की थी। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। उनमें गुस्सा है। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हमने गहलोत जी से बात की है, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है। हमने किसी से बात नहीं की है। युवा बेरोजगार है, 25,000 नौकरियां अटकी हैं और कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है। बैंसला ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, यह विरोध जारी रहेगा।