मुंबई: फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा का कहना है कि जब उन्होंने पश्चिमी देशों में अभिनय के अवसर तलाशने शुरू किये तो उनकी एकमात्र चिंता थी कि वह हॉलीवुड में अपने लिए नाम बना पाएंगी या नहीं। 34 वर्षीय प्रियंका को अमेरिकी टीवी शो ‘क्वांटिको’ की भूमिका के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि मिली। उसके बाद से वह अमेरिका में विभिन्न लोकप्रिय टॉक शो में दिखाई दे चुकी हैं, दो पत्रिकाओं के कवर पेज पर जगह पा चुकी हैं, पुरस्कार समारोहों में रेड कार्पेट पर चल चुकी हैं और निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा दिये गये व्हाइट हाउस कॉरसपोंडेंट्स रात्रिभोज में भी उपस्थित थीं। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, ‘एक भारतीय अभिनेत्री के तौर पर अमेरिका में मेरी चिंता थी कि क्या वैश्विक मनोरंजन उद्योग भारतीय अदाकार को शीर्ष भूमिका में देखने के लिए तैयार होगा या नहीं। क्योंकि हमने पहले ऐसा नहीं देखा था, भले ही टीवी हो या सिनेमा। मुझे फिक्र थी क्योंकि किसी भारतीय अभिनेत्री के साथ पहले ऐसा नहीं हुआ था।’ प्रियंका के मुताबिक, ‘लेकिन मुझे अद्भुत सत्कार मिला। मुझे बहुत प्यार मिला।’ साल 2000 में विश्व सुंदरी का खिताब जीतने के बाद फिल्म जगत में आने वाली प्रियंका ने ऐतराज, फैशन, बर्फी, मैरीकॉम और बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों से अलग पहचान बनाई है।
अमेरिकी टीवी शो ‘क्वांटिको’ के साथ हॉलीवुड में पदार्पण करने वाली प्रियंका अगले साल रिलीज होने वाली फिल्म ‘बेवाच’ का भी हिस्सा हैं।