संयुक्त राष्ट्र: अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को यूनिसेफ के नये वैश्विक सद्भावना दूत के रूप में नियुक्त किया गया है। अभिनेत्री ने दुनिया विश्व से उत्पीड़ित बच्चों की ‘सामूहिक आवाज’ बनने और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी के 70 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कल रात यहां सितारों से भरे एक समारोह में फुटबॉलर डेविड बेकहम और 12 वर्षीय ब्रितानवी अभिनेत्री मिली बॉबी ब्राउन ने यूनिसेफ के नये वैश्विक सद्भावना दूत के रूप में प्रियंका चोपड़ा को नियुक्त किये जाने की घोषणा की। प्रियंका ने समारोह में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष राजनयिकों, यूनिसेफ के सद्भावना दूतों और बच्चों को संबोधित करते हुये कहा, ‘मेरी इच्छा है कि बच्चे स्वतंत्र रहें। उन्हें सोचने की, जीवन को जीने की स्वतंत्रता हो।’ उन्होंने कहा कि इंसान ने जीवन के हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है लेकिन अभी भी दुनिया में बच्चे हिंसा, दुर्व्यवहार और शोषण से असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, ‘हम दुनिया के उत्पीड़ित बच्चों की सामूहिक आवाज बनने के लिए आपसे आज हमसे जुड़ने का आग्रह करते हैं।’ चोपड़ा ने बच्चों का जीवन बेहतर बनाने के लिए यूनिसेफ के प्रयासों की तारीफ की। चोपड़ा ने कहा, ‘चलिए मानवता का चयन किया जाये, अन्याय के खिलाफ लड़ाई का चयन किया जाए और हमारे बच्चों के लिए एक बेहतर दुनिया सुनिश्चित करने का चयन किया जाए।’
समारोह में ‘क्वांटिको’ स्टार के अलावा यूनिसेफ के सद्भावना दूत इस्माइल बेह, बेकहम, अभिनेता ऑरलैंडो ब्लूम और जैकी चैन भी शामिल थे। चोपड़ा ने कहा कि वह भारत में करीब 10 वर्ष पहले यूनिसेफ से जुड़ी थीं और वह एजेंसी के वैश्विक सद्भावना दूत के रूप में नई भूमिका मिलने पर खुद को ‘विनम्र और प्रतिबद्ध’ महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘यूनिसेफ के साथ एक दशक की इस यात्रा में मैंने पूरे भारत कई गावों की यात्रा की। उन यात्राओं के दौरान मैंने कई युवा लड़कियों और उनके परिवारों के साथ समय बिताया और उन लड़कियों को सशक्त बनाने की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रत्यक्ष रूप से अनुभव किया।’ उन्होंने कहा, ‘बच्चों के अधिकार को सुरक्षित बनाने वाली दुनिया के निर्माण में मदद करने के लिए मैं यूनिसेफ से जुड़कर गर्व महसूस कर रही हूं।’