रियो डि जनेरियो: रियो ओलिंपिक के पुरुष वर्ग में भारत की मेडल की उम्मीद खत्म हो गई है. भारत के किदाम्बी श्रीकांत को संघर्षपूर्ण क्वार्टर फाइनल में चीन के लिन डेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है. दो बार के ओलिंपिक और पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन डेन ने यह मुकाबला 21-6, 11-21, 21-18 से जीता. भारत के लिहाज से बेहद अहम इस क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले ऐसा लग रहा था कि 33 वर्षीय चीनी खिलाड़ी डेन को श्रीकांत कड़ा मुकाबला देंगे. डेन बैडमिंटन के सर्वकालीन महान खिलाड़ियों में गिने जाते हैं, लेकिन बढ़ती उम्र के कारण हाल के वर्षों में उनके रिफ्लेक्सेस धीमे पड़े हैं. उम्मीद की जा रही थी कि उम्र में डेन से 10 वर्ष छोटे श्रीकांत इसका फायदा ले सकते हैं, लेकिन चीनी शटलर ने पहले गेम तो इसका मौका नहीं दिया. शुरुआत में ही उन्होंने मैच पर अपना नियंत्रण बना लिया और देखते ही देखते 7-1 की बढ़त हासिल कर ली. पहले गेम के लिहाज से बात करें तो श्रीकांत मुकाबले में कहीं नहीं दिखे और डेन ने महज 16 मिनट में इसे 21-6 से जीत लिया. गौरतलब है कि लिन डेन को 'सुपर डेन' कहा जाता है, यह नाम उन्हें डेनमार्क के शटलर पीटर गेड ने 2004 में दिया था. दूसरे गेम में श्रीकांत ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने शुरुआत में 3-0 की बढ़त बना ली. जल्द ही वे 6-2 और फिर 11-5 से आगे हो गए. ऐसे में भारतीय प्रशंसकों की उम्मीद बंधने लगी थी. इसके बाद तो श्रीकांत ने चीनी शटलर को कोई मौका नहीं दिया और 21-11 से दूसरा गेम जीतकर मुकाबला 1-1 की बराबरी पर ला दिया.
दूसरा गेम 19 मिनट तक चला. तीसरे गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच एक-एक अंक के लिए जबर्दस्त संघर्ष हुआ. शुरुआत में डेन ने बढ़त ली, लेकिन श्रीकांत ने 6-6 की बराबरी हासिल कर ली. इसके बाद स्कोर 7-7 और फिर 8-8 पर पहुंचा. इस समय श्रीकांत ने लगातार स्मैश मारते हुए चीनी शटलर को दबाव में रखा. देखते ही देखते श्रीकांत ने 11-9 और फिर 12-9 की बढ़त बना ली लेकिन लिन डेन कहां हार मानने वाले थे. उन्होंने जल्द ही स्कोर 13-13 की बराबरी पर ला दिया और फिर 16-14 और फिर 19-17 की बढ़त बना ली. यह गेम अंतिम क्षण तक संघर्षपूर्ण रहा और आखिरकार चीनी शटलर ने28 मिनट में इसे 21-18 से अपने नाम किया.