रियो डि जेनेरो: रियो ओलिंपिक में भारत के लिए निराशा का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. हॉकी, तीरंदाजी और बैडमिंटन डबल्स, बॉक्सिंग में निराशा से भरे गुरुवार को अब तक बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल और पीवी सिंधु ने ही अपने मुकाबले जीतकर कुछ आस बंधाई है. तीरंदाज दीपिका कुमारी और बोम्बायला देवी के दबाव के आगे घुटने टेकने, हॉकी टीम के आखिरी क्षणों में पांच पेनल्टी कार्नर गंवाने के बाद हार झेलने तथा मुक्केबाजी में पदक की आस शिव थापा के पहले दौर में बाहर होने से भारतीय दल को आज भी निराशा हाथ लगी. इस बीच, बैडमिंटन में मिश्रित परिणाम मिले.साइना नेहवाल और पीवी सिंधु ने महिला एकल में जीत से शुरूआत की लेकिन महिला डबल्स में ज्वाला गुट्टा-अश्विनी पोनप्पा तथा पुरुष डबल्स में मनु अत्री-सुमित रेड्डी को हार का सामना करना पड़ा.साइना ने ग्रुप जी में ब्राजील की लोयानी विसेंटे को 39 मिनट तक चले मैच में सीधे गेम में 21-17, 21-17 से हराया.उन्हें अब अपने ग्रुप के दूसरे मैच में उक्रेन की मारिया उलटिना से भिड़ना है.यह मैच 14 अगस्त को होगा. विश्व चैंपियनशिप में दो बार की कांस्य पदक विजेता सिंधु ने ग्रुप एम में विश्व में 64वें नंबर की हंगरी की लौरा सारोसी को 21-8, 21-9 से पराजित किया.उनका अगला मुकाबला 14 अगस्त को ग्रुप चरण में ही कनाडा की ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन ली मिशेली से होगा. ज्वाला और अश्विनी की भारतीय जोड़ी की महिला डबल्स में शुरूआत निराशाजनक रही.
उन्हें ग्रुप ए में जापान की अयाका ताकाहाशी और मिसाकी मातसुमोतो की विश्व में नंबर एक जोड़ी से महज 36 मिनट में 15-21, 10-21 से हार झेलनी पड़ी.पुरुष डबल्स में मनु अत्री और सुमित बी रेड्डी की जोड़ी को मोहम्मद अहसन और हेंद्रा सेतियावान की इंडोनेशिया की दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी के खिलाफ 18-21 13-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा. x भारत को बॉक्सिंग में शिव थापा (56 किग्रा) से काफी उम्मीद थी, लेकिन वह पहले दौर के मुकाबले में चौथे वरीय क्यूबाई खिलाड़ी रोबीसे रमीरेज से शिकस्त झेलकर ओलंपिक से बाहर हो गए. अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा ले रहे 22 साल के शिव को एकतरफा मुकाबले में 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा.इस मुकाबले के दौरान उनकी बायीं आंख के उपर कट भी लग गया.भारतीय उम्मीदों का भार अब विकास कृष्ण (75 किग्रा)0 और मनोज कुमार (64 किग्रा) पर है जो दोनों प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुके हैं. तीरंदाजी में झारखंड की दो बार की ओलंपियन दीपिका और तीन बार की ओलंपियन बोम्बायला के व्यक्तिगत वर्ग के प्री क्वार्टरफाइनल में हारने से महिला एकल में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई.दीपिका को दुनिया की नंबर दो चीनी ताइपे की टान या टिंग से 0-6 से जबकि बोम्बायला को मेक्सिको की एलेजांद्रा वेलेंसिया (दुनिया की 18वें नंबर की तीरंदाज) से 2-6 से हार का सामना करना पड़ा.भारतीयों में सबसे पहले दीपिका ने निशाना साधा, लेकिन वह सही समय पर अपने खेल में सुधार नहीं कर सकी और एकतरफा मुकाबले में 27-28, 26-29, 27-30 से हार गयीं.एक अन्य तीरंदाज बोम्बायला 26-28, 26-23, 27-28, 23-25 से हार गयी.अब तीरंदाजी में भारतीय चुनौती पुरुष स्पर्धा में ही बची है जिसमें एकमात्र अतनु दास प्रतिनिधत्व कर रहे हैं और वह कल अपना प्री क्वार्टरफाइनल खेलेंगे. उधर, हॉकी में शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम को नीदरलैंड से 1-2 से हार का सामना करना पड़ा.नीदरलैंड ने अपने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर रोजर होफमैन (32वें मिनट) और मिंक वान डेर वीरडन (54वें मिनट) के जरिये किये.भारत ने भी अपना एकमात्र गोल वीआर रघुनाथ (38वें मिनट) के जरिये पेनल्टी कार्नर पर किया.अंतिम लम्हों में हालांकि भारत ने कड़ी टक्कर दी. मुकाबले में जब सिर्फ चार मिनट बचे थे और भारत 1-2 से पिछड़ रहा था जब टीम ने गोलकीपर पीआर श्रीजेश की जगह एक अतिरिक्त फारवर्ड उतार दिया.भारत को इसका फायदा भी मिला जब उसे वीडियो रेफरल के जरिये मैच खत्म होने से छह सेकेंड पहले अपना चौथा पेनल्टी कार्नर मिला.इस पेनल्टी कार्नर के बाद भारत को लगातार चार और पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन चार शॉट लेने वाले वाले रूपिंदर पाल सिंह और रघुनाथ ड्रैग फ्लिक के जरिये गोलकीपर याप स्काटमैन की अगुआई वाले नीदरलैंड के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहे.भारत पूल बी में छह अंक के साथ तीसरे स्थान पर चल रहा है.नीदरलैंड (10) और जर्मनी (09) पहले दो स्थान पर हैं जबकि अर्जेन्टीना चार अंक के साथ चौथे स्थान पर है.