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रियो डि जिनेरियो: आखिरी मिनटों में गोल गंवाने की आदत भारतीय हाकी टीम पर एक बार फिर भारी पड़ी और रियो ओलंपिक में पूल बी के रोमांचक मैच में दो बार की ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी ने आखिरी सीटी बजने से ठीक पहले गोल करके उसे 2-1 से हरा दिया। भारतीय हाकीप्रेमियों के लिये यह हार दिल तोड़ने वाली रही क्योंकि मैच में अधिकांश समय भारत का पलड़ा भारी रहा और निर्धारित समय से पहले जर्मनी ने विजयी गोल दागा। आखिरी दो मिनट में जर्मन खिलाडि़यों ने जमकर हमले बोले। भारतीय डिफेंस एक बार फिर आखिरी पलों में बिखर गया और क्रिस्टोफर रूर ने विजयी गोल दागकर भारतीयों को स्तब्ध कर दिया। इससे पहले जर्मनी ने निकलस वेलेन (18वां मिनट) के गोल के दम पर बढत बनाई। भारत के लिये बराबरी का गोल रूपिंदर पाल सिंह ने 23वें मिनट में तीसरे पेनल्टी कार्नर पर किया। इस जीत से जर्मनी का ओलंपिक में 1996 के बाद से भारत के खिलाफ जीत का रिकार्ड बरकरार रहा। भारत ने आखिरी बार अटलांटा ओलंपिक में जर्मनी को 3-0 से हराया था। हार के बावजूद भारतीय अपने प्रदर्शन पर गर्व कर सकते हैं। भारत ने लंदन में चैम्पियंस ट्राफी में जर्मनी को 3-3 से ड्रा पर रोका लेकिन ओलंपिक से ठीक पहले वालेंशिया में 0-4 से हार गई थी।

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