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रियो डी जेनेरियो: ब्राजील के माराकाना स्टेडियम में शुक्रवार को (भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह 4:30 बजे) 31वें ओलम्पिक खेलों का रंगारंग आगाज हुआ। रियो ओलम्पिक खेलों में भारतीय दल का नेतृत्व दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने किया। इस उद्घाटन समारोह में मेजबान देश ब्राजील की विविध संस्कृति की झलक नजर आई। इस कार्यक्रम के जरिए दुनिया को ग्लोबल वॉर्मिंग के कहर से बचाने का संदेश भी दिया गया। इस उद्घाटन समारोह से पहले रियो के कोकोवाड़े पहाड़ पर स्थित सबसे बड़ी ऐतिहासिक मूर्ति 'क्राइस्ट द रीडीमर' को हरे और नीले रंग में जगमगाते देखा गया। दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी पेले खराब तबियत के कारण ओलंपिक मशाल को नहीं जला पाए। उनके स्थान पर ब्राजील की महिला बीच वॉलीबॉल खिलाड़ी मारिया इसाबेल बोररोसो सालगडो ने मशाल को प्रज्जवलित किया। माराकाना स्टेडियम में लाखों की तादाद में बैठे लोगों की आंखों में आतिशबाजी की चमक थी। इस समारोह में ‘सिटी ऑफ गॉड’ के निर्देशक फर्नाडो मेरेलेस, आंद्रुचा वॉशिंगटन और डानिएला थोमस शामिल थे। साम्बिस्ता पॉलिन्हो डा वॉयला ने मधुर आवाज में ब्राजील का राष्ट्रीय गान ‘हीनो नेक्शनल ब्रासिलिएरो’ गाया। इस समारोह में ब्राजील के इतिहास की झलक भी देखने को मिली, जिसमें देश का दास व्यापार से संबंधित इतिहास को भी दर्शाया गया और साथ ही पहला विमान बनाने वाले अल्बटरे सांतोस-डुमोंट को भी श्रद्धांजलि दी गई।

समारोह का सबसे महत्वपूर्ण क्षण उस वक्त आया, जब दिवंगत गीतकार, संगीतकार टोम जोबिम के गीत ‘द गर्ल फ्रॉम इपानेमा’ को उनके पोते डेनियल ने गाया। इसके साथ ही सुपरमॉडल गिजेल बुंडचेन को मंच पर कैटवॉक करते देखना भी दिलचस्प था। इसके अलावा अन्य प्रस्तुतियों में दिग्गज साम्बा गायक एल्जा साआरेस की प्रस्तुति और कारोल कोनका और 12 साल के बच्चे एम.सी सोफिया का हिपहॉप डांस शामिल था, जो ब्राजील के अश्वेत समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। विभिन्न प्रस्तुतियों के बाद ‘परेड ऑफ द नेशन्स’ ने समां बांध दिया, जिसमें ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले दलों के 207 सदस्य शामिल थे। इसमें ओलम्पिक समिति में पहली बार शामिल हो रहे कोसोवो और दक्षिण सूडान के भी सदस्य शामिल थे। इस बार ओलम्पिक खेलों में सीरिया, दक्षिण सूडान, इथोपिया और कोंगो की 10 सदस्यीय शरणार्थी ओलंपिक टीम भी हिस्सा ले रही हैं जिनका जोरदार स्वागत किया गया।

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