कोलकाता: दक्षिण अफ्रीका की टीम एक बार फिर से विश्व कप के सेमीफाइनल में हार गई। उसके पास 'चोकर्स' का ठप्पा हटाने का बेहतरीन मौका था, लेकिन वह अंतिम-4 की बाधा को पार नहीं कर पाई। ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार (16 नवंबर) को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए सेमीफाइनल में उसे तीन विकेट से हरा दिया। कंगारू टीम आठवीं बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। वहां उसका मुकाबला 19 नवंबर (रविवार) को मेजबान भारत से होगा। दोनों टीमें 20 साल बाद विश्व कप के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी। पिछली बार 2003 में कंगारू टीम ने भारत को 125 रन से हरा दिया था।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.4 ओवर में सभी विकेट खोकर 212 रन बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 47.2 ओवर में सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। दक्षिण अफ्रीका की टीम पांचवीं बार सेमीफाइनल में हारी है। तीन बार तो उसे ऑस्ट्रेलिया ने ही बाहर किया है। 1992 में इंग्लैंड ने हराया था। 1999 और 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शिकस्त मिली थी। वहीं, 2015 में न्यूजीलैंड ने उसका सपना तोड़ा था।
ऑस्ट्रेलिया आठ साल के बाद फाइनल में
दूसरी ओर, कंगारू टीम आठ साल के बाद विश्व कप का फाइनल खेलेगी। वह 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में चैंपियन बनी थी। ऑस्ट्रेलिया को 1975 और 1996 के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। उसे पिछली बार 2019 में इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में बाहर कर दिया था।
पहली पारी में क्या हुआ?
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कप्तान बावुमा खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए। इसके बाद क्विंटन डिकॉक तीन रन और डुसेन छह रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने कोलकाता में छाए बादलों का फायदा उठाया और मार्करम को 10 के स्कोर पर आउट कर दिया। 24 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीका का टीम संघर्ष कर रही थी। इसके बाद क्लासेन और मिलर ने पारी संभाली। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी कर मैच में अपनी टीम की वापसी कराई।
क्लासेन 47 रन बनाकर हेड का शिकार बने और अगली ही गेंद में यानसेन भी खाता खोले बिना आउट हो गए। इसके बाज कोइत्जे ने मिलर का साथ मिभाया और दोनों ने सातवें विकेट के लिए 63 रन जोड़े। कोइत्जे को 19 रन के निजी स्कोर पर पैट कमिंस ने आउट किया, लेकिन तब तक दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 172 रन हो चुका था। महाराज चार रन और रबाडा 10 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन इन दोनों ने मिलर को समय दे दिया और वह 101 रन बनाकर आउट हुए। शम्सी एक रन बनाकर नाबाद रहे और दक्षिण अफ्रीका की टीम 49.4 ओवर में सभी विकेट खोकर 212 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने तीन-तीन विकेट लिए। जोश हेजलवुड और ट्रेविस हेड ने दो-दो विकेट लिए।
दूसरी पारी में क्या हुआ?
213 रन का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने शानदार शुरुआत की। डेविड वॉर्नर और ट्रेविस हेड ने पहले विकेट के लिए छह ओवर में 60 रन जोड़ दिए। इसके बाद वॉर्नर 29 के स्कोर पर मार्करम का शिकार बने। रबाडा ने मार्श को खाता भी नहीं खोलने दिया, लेकिन स्मिथ ने हेड के साथ मिलकर पारी संभाली। दोनों ने 45 रन जोड़े। महाराज ने हेड को आउट कर अफ्रीका की वापसी कराई। हेड ने 48 गेंद में 62 रन जड़ दिए। इसके बाद अफ्रीकी स्पिन गेंदबाजों ने शिकंजा कसा और रन बनाना बेहद मुश्किल हो गया।
लाबुशेन को 18 के स्कोर पर शम्सी ने विकेटों के सामने फंसाया फिर मैक्सवेल को एक रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। इंग्लिस और स्मिथ ने 37 रन की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। कोइत्जे ने स्मिथ को 30 रन के स्कोर पर आउट किया। इंग्लिस 28 रन बनाकर आउट हुए और अफ्रीका की टीम मैच में बनी रही। हालांकि, मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने आठवें विकेट के लिए नाबाद 22 की साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिला दी। स्टार्क 16 और कमिंस 14 रन बनाकर नाबाद रहे। अफ्रीका के लिए गेराल्ड कोइत्जे और तबरेज शम्सी ने दो-दो विकेट लिए। कगिसो रबाडा, एडेन मार्करम और केशव महाराज ने एक-एक विकेट लिया।