हरारे: जिम्बाब्वे की टीम के अनुभवी बल्लेबाज सिकंदर रजा ने भारत के खिलाफ तीसरे वनडे इंटरनेशनल मैच में दमदार शतक ठोका और वे टीम के लिए जीत के सिकंदर भी बनने वाले थे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। भारतीय टीम ने सीरीज का आखिरी मैच रोमांचक अंदाज में जीता। इंटरनेशनल क्रिकेट में सिकंदर रजा का 6 मैचों में ये तीसरा शतक है, लेकिन उनको इस बात का मलाल रहेगा कि वे टीम को जीत की रेखा पार नहीं करा पाए।
सिकंदर रजा ने 87 गेंदों में वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना छठा शतक पूरा किया और वे 49वें ओवर में 95 गेंदों में 9 चौके और 3 छक्कों की मदद से 115 रन बनाकर आउट हो गए। इस पारी के दौरान उनका स्ट्राइकरेट 121.05 का था। अगर उनको अपनी टीम के बाकी खिलाड़ियों से साथ मिल जाता तो निश्चित रूप से इस तीन मैचों की सीरीज का परिणाम 2-1 होता, लेकिन अब इसे भारत ने 3-0 से अपने नाम किया। भारत ने सीरीज का आखिरी मुकाबला 13 रन से जीता और सीरीज में मेजबान टीम का 3-0 से सूपड़ा साफ किया।
वहीं, जब सिकंदर रजा आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे तो पहले तो भारतीय खिलाड़ियों ने उनको पीठ थपथपाई और शाबाशी दी और फिर बाद में पूरे स्टेडियम ने उनके लिए तालियां बजाईं। ड्रेसिंग रूम में बैठे उनके साथी खिलाड़ियों ने भी उनका तालियों के साथ ड्रेसिंग रूम में स्वागत किया।
शुभमन गिल ने ठोका शतक
इस मैच में भारतीय टीम की तरफ से शुभमन गिल ने भी शतकीय पारी खेली। गिल की शतकीय पारी सिकंदर के शतक पर भारी पड़े, क्योंकि भारत ने ये मैच जीता। इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान केएल राहुल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी और 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 289 रन बनाए। इसमें शुभमन गिल के 130, ईशान किशन के 50, शिखर धवन के 40 और केएल राहुल के 30 रन शामिल थे।
वहीं, जब जिम्बाब्वे की टीम 290 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिली। हालांकि, नंबर 5 पर उतरे सिकंदर रजा ने जिम्बाब्वे को जीत की दहलीज पर पहुंचाया, लेकिन इस जीत की सीमा को टीम पार नहीं कर सकी। रजा ने 115 रन और सीन विलियम्स ने 45 रन बनाए। इनके अलावा कोई बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया और टीम 49.3 ओवर में 275 रन पर ढेर हो गई और मुकाबला 13 रन से हार गई।