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नई दिल्ली: अमेरिका के जवाबी शुल्क को लेकर चिंता के बीच सोमवार को भारत समेत दुनिया भर के बाजारों में बड़ी गिरावट आई। स्थानीय शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 2,226.79 अंक का गोता लगा गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 743 अंक लुढ़क गया। दस माह में यह शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शुल्क बढ़ाये जाने और चीन के जवाबी कदम से आर्थिक नरमी की आशंका के बीच बाजार में गिरावट आई है।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और यह 2,226.79 अंक यानी 2.95 प्रतिशत के नुकसान के साथ 73,137.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 3,939.68 अंक यानी 5.22 प्रतिशत तक लुढ़क गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 742.85 अंक यानी 3.24 प्रतिशत टूटकर 22,161.60 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय निफ्टी 1,160.8 अंक तक लुढ़क गया था।

नई दिल्ली: आम जनता को महंगाई के मोर्चे पर एक और झटका लगा है। एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ गईं हैं। घरेलू गैस सिलेंडर और उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर पर 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वितरण कंपनियों की ओर से रसोई गैस या एलपीजी की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी किए जाने का एलान किया। मंत्री ने कहा कि उज्ज्वला और सामान्य दोनों श्रेणी के ग्राहकों के लिए गैस की कीमत में इजाफा किया गया है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू हो जाएंगी।

सामान्य उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगी और उज्ज्वला योजना के तहत उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत 503 रुपये से बढ़कर 553 रुपये हो जाएगी। 

पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, "एलपीजी के प्रति सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि होगी। 500 से यह 550 (पीएमयूवाई लाभार्थियों के लिए) हो जाएगी और अन्य के लिए यह 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगी।

मुंबई: ट्रंप के टैरिफ के एलान के बाद शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। एक्सपर्ट्स की तरफ से ब्लैक मंडे के अंदेशा के बीच सोमवार की सुबह बाजार खुलते ही सेंसेक्स करीब 3000 अंक के नीचे चला गया। यानि करीब 4.70 फीसदी की गिरावट हुई है। जबकि निफ्टी करीब 1000 अंक टूटा है। यानि महज 10 सेकेंड में ही 19 लाख करोड़ स्वाहा हो गया।

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन के शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी पस्त हो गए। सेंसेक्स 3,939.68 अंक गिरकर 71,425.01 अंक पर खुला, जबकि निफ्टी 1,160.8 अंक गिरकर 21,743.65 अंक पर आ गया। ऐसे ही शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे गिरकर 85.74 डॉलर पर आ गया।

दूसरी तरफ, एशियाई शेयर बाजारों में भी टैरिफ के चलते भूकंप देखने को मिला, जहां हांगकांग के बाजार 10 प्रतिशत टूटे तो वहीं चीन से लेकर जापान के बाजारों में 6 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी में भी भारी गिरावट का दौर जारी है।

नई दिल्ली: वैश्विक व्यापार युद्ध की बढ़ती आशंकाओं के बीच शुक्रवार को भारतीय शेयर सूचकांक सेंसेक्स 900 अंक से अधिक टूटकर 76,000 के स्तर से नीचे आ गया। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 930.67 अंक या 1.22 प्रतिशत गिरकर 75,364.69 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,054.81 अंक या 1.38 प्रतिशत गिरकर 75,240.55 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 345.65 अंक या 1.49 प्रतिशत गिरकर 22,904.45 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान 50 शेयरों वाला बेंचमार्क इंडेक्स 382.2 अंक या 1.64 प्रतिशत गिरकर 22,867.90 पर बंद हुआ।

टाटा स्टील के शेयरों में 8.59% तक की गिरावट

जानकारों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट और बाजार में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टूब्रो और इंफोसिस जैसी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से निराशा और बढ़ गई। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान टाटा स्टील को हुआ, जिसमें 8.59 प्रतिशत की गिरावट आई।

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