नई दिल्ली: गौतम अडानी की अडानी समूह की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती है। भारत में शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहले से ही अडानी समूह के खिलाफ जांच कर रही है। शार्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद अमेरिकी एजेंसियां इस बात का पता लगाने में जुटी है कि अडानी समूह में निवेश करने वाले अमेरिकी निवेशकों को समूह ने डिस्क्लोजर में क्या जानकारियां साझा की है। हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर विदेशी कंपनियों के जरिए समूह की कंपनियों के शेयरों के भाव में हेरफेर का आरोप लगाया था।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ब्रूकलिन, न्यूयॉर्क स्थित यूएस अटॉर्नी ऑफिस ने हाल के महीने में अडानी समूह के शेयरों में बड़ी मात्रा में निवेशित संस्थागत निवेशकों से जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। इन संस्थागत निवेशकों से ये पूछा गया है कि अडानी समूह ने निवेशकों को डिस्क्लोजर में क्या जानकारियां दी है। अमेरिका की सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन भी इसी तर्ज पर जांच कर रही है। हालांकि इस जांच का मतलब ये नहीं है कि किसी प्रकार का सिविल या क्रिमिनल मुकदमा दायर कर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
कई बार कानूनी एजेंसियां अपनी ओर से केवल तहकीकात करती है, जिसमें कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इस खबर के सामने आने के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च के नाटे एंडरसन ने ट्वीट कर कहा कि अमेरिका की दोनों एसेंसियां अडानी समूह के निवेशकों के डिस्क्लोजर की जांच कर रही है।
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह पर लगाए गए आरोपों के बाद अमेरिकी एजेंसियां की अडानी समूह के बारे जुटाई जा रही जानकारियां समूह के खिलाफ बढ़ती निगरानी की ओर इशारा कर रहा है। अमेरिकी एजेंसियों की अडानी समूह के खिलाफ की जा रही इनक्वाइरी की खबर तब आई है, जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं और जहां उनका भव्य स्वागत किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा कि निवेशकों से की जा रही इनक्वाइरी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, हमारे अलग अलग जारीकर्ता समूह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमारे खुलासे संपूर्ण हैं, जैसा कि संबंधित जारीकर्ता के परिपत्रों में बताया गया है। सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन और न्यूयॉर्क यूएस अटॉर्नी ऑफिस के इस्टर्न डिस्ट्रिक्ट के प्रवक्ता ने भी इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।
52,000 करोड़ रुपये घट गया मार्केट कैप
हालांकि इस खबर के सामने आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में एक बार फिर बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। अडानी एंटरप्राइजेज का स्टॉक 7.20 फीसदी या 175 रुपये की गिरावट के साथ 2244 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। अडानी ट्रांसमिशन के स्टॉक में 5.31 फीसदी की गिरावट है। अडानी पोर्ट्स 3.92 फीसदी और अडानी पावर 4.19 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। अडानी टोटल गैस 3 फीसदी अंबुजा सीमेंट 3 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। अडानी समूह के मार्केट कैप में 52,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है। इससे पहले अडानी समूह में बड़ी गिरावट 9 फरवरी 2023 को देखने को मिली थी जब समूह का मार्केट कैप 59,538 करोड़ रुपये घट गया था।