नई दिल्ली: सांख्यिकी मंत्रालय ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए हैं। पहली तिमाही में जीडीपी की रफ्तार 20.1% आंकी गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मौजूदा वित्तीय साल की पहली तिमाही में जीडीपी दर 21.4% रहने का अनुमान जताया था, पिछले साल की पहली तिमाही में कोरोना की पहली लहर और देशभर में लॉकडाउन की वजह से जीडीपी की रफ्तार गिर कर -24.4% रह गयी थी।
पिछले साल के निम्न आंकड़ों की वजह से ही इस साल की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर काफी ऊंची है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक इस साल की पहली तिमाही में ऊंची जीडीपी विकास दर को अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रहे सुधार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
अभी पिछले हफ्ते नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा था कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए टीकाकरण में तेजी, मानसून में सुधार, सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के निवेश पर जोर और निर्यात में वृद्धि से अर्थव्यवस्था में एक मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।
बता दें कि रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश के वृद्धि दर के अनुमान को पहले के 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है, जबकि विश्वबैंक ने 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था के 8.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है। वही, विश्वबैंक का अनुमान है कि 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी।
तिमाही दर तिमाही दिखा सुधार:- क्यू एफ
चौथी तिमाही : 1.6%
तीसरी तिमाही: 0.4%
दूसरी तिमाही: -7.5%
पहली तिमाही: -23.9
पूरे वित्तीय वर्ष: -7.3%
पूरे वित्तीय वर्ष: 3.1%