नई दिल्ली: अगस्त के महीने में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के संग्रह में 1 फीसदी की कमी आई है और यह 86,449 करोड़ रुपये रहा जो एक महीने पहले जुलाई में 87,422 करोड़ रुपये के संग्रह से कम है। जबकि, कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था पर असर के बाद इस साल अगस्त में राजस्व में 13 फीसदी की सालाना कमी देखी गई।
केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, इस साल अगस्त में राजस्व संग्रह पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले सिर्फ 88 फीसदी हो पाया। पिछले साल जीएसटी संग्रह 98,202 करोड़ रुपये था। वित्त मंत्रालय ने कहा कि “यह गिरावट इसलिए भी है क्योंकि छोटे व्यावसायियों ने ने मासिक रिटर्न नहीं भरा है।“ बयान में कहा गया, यह भी गौर किया गया है कि 5 करोड़ से कम के आय करदाता सितंबर तक रिटर्न फाइल में छूट का फायदा उठा रहे हैं। इसमें कहा गया कि, पिछले साल के अगस्त महीने के मुकाबले इस साल उसी अवधि के दौरान आयातित वस्तुओं से राजस्व 77 फीसदी आया जबकि घरेलू लेन-देन (आयातित सेवाएं भी शामिल) से राजस्व 92 फीसदी आया।
वित्त मंत्रालय ने आगे कहा, अगस्त 2020 में सकल औसत राजस्व 86,449 में से केन्द्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) का हिस्सा 15,906, राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) 21,064, एकीकृत जीएसटी 42,264 करोड़ (जिनमें आयातित वस्तुओं पर 19,179 करोड़ संग्रह) और सेस 7,215 करोड़ है।
सरकार ने सीजीएसटी को 18,216 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से एसजीएसटी को 14,650 करोड़ रुपये नियमित निपटान के रूप में दिए हैं। बयान में कहा गया, "केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अगस्त, 2020 में नियमित निपटान के बाद अर्जित कुल राजस्व, सीजीएसटी के लिए 34,122 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 35,714 करोड़ रुपये है।"
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 25 मार्च से लगाए गए 68 दिनों के कड़े देशव्यापी लॉकडाउन के चलते वर्तमान वित्तीय वर्ष की शुरुआत में जीएसटी संग्रह बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अप्रैल में इसमें पिछले साल इसी महीने के मुकाबले 72 फीसदी की गिरावट आई थी और यह 32,172 करोड़ रुपये रहा।