नई दिल्ली: आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि पूर्व चीफ एग्जक्यूटिव चंदा कोचर के नौकरी छोड़ने को वे ‘टर्मिनेशन फॉर काउज’ की तरह मानेंगे क्योंकि एन्क्वायरी रिपोर्ट में यह बात निकलकर सामने आयी है कि उन्होंने आंतरिक बैंक नीतियों का उल्लंघन किया है। आईसीआईसीआई बैंक ने कहा कि कोचर के इस्तीफे को 'उनके गलत कृत्य के लिए बर्खास्तगी' के तौर पर लिया जाएगा और बोनस सहित उनके अन्य भुगतानों को रोका जाएगा।
चंदा कोचर ने पिछले साल अक्टूबर में उन आरोपों के बाद इस्तीफा दे दिया था, जिनमें यह कहा गया कि उन्होंने कंज्यूमर इलैक्ट्रोनिक एंड ऑयल एंड गैस कंपनी वीडियोकॉन का पक्ष लेते हुए नियमों की अनदेखी कर उन्हें ऋण दिए। इससे पहले, वीडियोकान ग्रुप को साल 2012 में 3250 करोड़ रुपये का बैंक लोन देने के मामले में सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को एफआईआर में नामजद किया है।
इस एफआईआर में वीडियोकॉन के मैनेजिंग डायरेक्टर वीएन धूत का नाम भी शामिल है।