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नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दाम में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन स्थिरता बनी रही, लेकिन अंतरार्ष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में फिर नरमी आ गई है। विदेशी बाजार से मिले कमजोर संकतों से घरेलू वायदा बाजार में कच्चे तेल में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। कच्चे तेल के दाम में नरमी रहने से भारत में उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल की महंगाई से राहत मिलती रहेगी क्योंकि भारत अपनी जरूरतों का 80 फीसदी तेल आयात करता है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें गुरुवार को भी पूर्ववत क्रमश: 68.65 रुपये, 70.78 रुपये, 74.30 रुपये और 71.22 रुपये प्रति लीटर बनी रहीं। चारों महानगरों में डीजल के दाम में क्रमश: 62.66 रुपये, 64.42 रुपये, 65.56 रुपये और 66.14 रुपये प्रति लीटर बने हुए थे।

पूवार्ह्न 11.56 बजे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल का जनवरी एक्सपायरी अनुबंध 109 रुपये यानी 3.28 फीसदी की गिरावट के साथ 3,219 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि कारोबार के दौरान निचला स्तर 3,214 रुपये प्रति बैरल रहा। अंतरार्ष्ट्रीय बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र में 1.31 फीसदी की कमजोरी के साथ 54.19 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

वहीं, न्यूयार्क मकेर्ंटाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइटक्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के फरवरी डिलीवरी सौदे में 2.13 फीसदी की गिरावट के साथ 45.55 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। अंतरार्ष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला नए साल में भी जारी रहा।

साल की शुरुआत में आईसीई पर बुधवार को ब्रेंट क्रूड में 56.56 डॉलर से लेकर 52.52 डॉलर प्रति बैरल के बीच कारोबार हुआ। वहीं, नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई में 47.76 डॉलर से लेकर 44.38 डॉलर प्रति बैरल के बीच कारोबार हुआ।

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