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नई दिल्ली: देश में लगातार बढ़ते बेरोजगार को लेकर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने चिंता व्यक्त की है। शुक्रवार को राजन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था नए रोजगार का सृजन नहीं कर रही है और इसके ग्रोथ का फायदा हर किसी को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, कि मौजूदा ग्रोथ रेट से पर्याप्त नौकरियों का सृजन नहीं हो पा रहा है। आप इसे अंको की श्रेणी में रखकर समझ सकते हैं। रेलवे की 90,000 नौकरियों के लिए 2.5 करोड़ लोग आवेदन कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रघुराम राजन ने यह बात अर्थशास्त्रियों के एक कार्यक्रम में कही।

उन्होंने कहा कि 25 सालों से 7 फीसदी का ग्रोथ काफी अच्छा है। लेकिन, इसका लाभ कुछ लोगों को मिल रहा है, जबकि कुछ लोग वंचित रह रहे हैं। बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था का लाभ उठाने में काफी विषमता देखी जा सकती है। उन्होंने कृषि के क्षेत्र में किसानों की खराब हालत का जिक्र किया। साथ ही उन्होंने निर्यात और श्रम के क्षेत्र महिलाओं की भागीदारी कम होने पर भी चिंता जाहिर की।

गौरतलब है कि इससे पहले भी रघुराम राजन नौकरियों के लिए वर्तमान ग्रोथ रेट को अपर्याप्त बता चुके हैं। मार्च, 2018 में उन्होंने कहा था कि भारत को अगले 20 साल के बारे में सोचकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि 7.5 फीसदी का ग्रोथ रोजगार सृजन के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके लिए कम से कम भारत को 10 फीसदी का ग्रोथ रेट चाहिए। रघुराम राजन ने यह बात तब हॉन्ग-कॉन्ग में यह बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत सही रास्ते पर काम करे तो 10 फीसदी का ग्रोथ हासिल कर सकता है।

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