नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने पीपीएफ, एनएससी जैसी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। इससे रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर बढ़ाने से ब्याज दर में बढ़ोतरी की उम्मीद लगाए बैठे उपभोक्ताओं को झटका लगा है। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को एक अधिसूचना में इसकी जानकारी दी। सरकार हर तिमाही किसान विकास पत्र (केवीपी), राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना आदि की ब्याज दर की समीक्षा करती है। ये बचत योजनाएं स्थायी रिटर्न चाहने वालों के लिए निवेश का बड़ा जरिया हैं।
डाकघर मासिक आय योजना, आरडी एनएससी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना विशेषकर ग्रामीण, कस्बों और छोटे शहरों में बेहद लोकप्रिय हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि महंगाई बढ़ने के साथ ब्याज दर में बढ़ोतरी की उम्मीद स्वाभाविक है, अन्यथा वास्तविक रिटर्न तय ब्याज दर से भी काफी कम हो जाता है।
जनवरी में घटा था पीपीएफ पर रिटर्न
सरकार ने एनएससी, सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ की ब्याज दर में जनवरी में 0.2 फीसदी की कटौती की थी। जबकि सामान्य बचत पर रिटर्न चार फीसदी पर स्थिर रखा था। वरिष्ठ नागरिक योजना, केवीपी पर ब्याज दर नहीं बदली थी।
किस पर कितनी ब्याज दर
बचत खाता : 04 %
आरडी (05 वर्ष) : 6.9 %
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना : 8.3%
एफडी(05) : 7.4%
एमआईएस(05) : 7.3%
एनएससी : 7.6 %
पीपीएफ : 7.6 %
केवीपी (118 दिन) : 7.3%
सुकन्या स्कीम : 8.1%