नई दिल्ली: सब्सिडीयुक्त एलपीजी गैस के सिलेंडर की कीमत में शनिवार को 2.71 की वृद्धि हो गई। यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय दरों में उछाल और रुपया में गिरावट के कारण आधार मूल्य बढ़ने के कर प्रभाव के परिणाम स्वरूप हुई है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, इस वृद्धि के बाद सब्सिडी वाली एलपीजी सिलेंडर की कीमत शनिवार आधी रात से दिल्ली में 493.55 रुपये हो गई। तेल कंपनियां प्रत्येक महीने की पहली तारीख को एलपीजी के मूल्य में संशोधन करती हैं। यह संशोधन पिछले महीने के औसत बेंचमार्क दर और विदेशी मुद्रा दर के आधार पर किया जाता है।
बयान में कहा गया, यह वृद्धि मुख्य रूप से घरेलू गैर-सब्सिडीकृत एलपीजी की संशोधित कीमत पर जीएसटी के कारण हुई है। उच्चतर वैश्विक दरों के कारण दिल्ली में गैर-सब्सिडीकृत एलपीजी का हरेक सिलेंडर 55.50 रुपये महंगा हो जाएगा। ग्राहक को शेष 52.79 रुपये (55.50 रुपये से 2.71 रुपये घटाए जाने के बाद बची राशि) उसके बैंक खाते में जाने वाली सब्सिडी में बढ़ोतरी करके दिए जा रहे हैं।
इस तरह ग्राहक के बैंक खाते में सब्सिडी हस्तांतरण जुलाई में 257.74 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया है। बयान में कहा गया, जून 2018 में ग्राहक के बैंक खाते में प्रति सिलेंडर 204.95 रुपये सब्सिडी जा रही थी, जो जुलाई 2018 में बढ़कर 257.74 रुपये हो गई है। इस प्रकार घरेलू एलपीजी सिलेंडर के ग्राहकों को एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के असर से सुरक्षित रखा गया है।
उपभोक्ता गैर-सब्सिडी या बाजार मूल्य एलपीजी तब खरीदते हैं, जब उनका सब्सिडी वाले 12 सिलेंडरों का कोटा समाप्त हो जाता है। सब्सिडी वाले प्रत्येक सिलेंडर में 14.2 किलोग्राम गैस होता है।