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नई दिल्ली: इनकम टैक्स से बचने के लिए लोग कई तरह का जुगाड़ लगाते हैं। इसी जुगाड़ के सहारे एनआरआई टैक्स चोरी की फिराक में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से सैकड़ों एनआरआईज को समन भेजे गए हैं। नोटिस में इन एनआरआईज को कहा गया है कि वे अपनी आय और एसेट्स की जानकारी दें। इन्हीं एनआरआईज ने भारतीय एजेंसियों से बचने के लिए जुगाड़ लगा लिया है। जुगाड़ के तहत ये लोग अपने पासपोर्ट में दर्ज भारतीय पते को बदलकर उसकी जगह वह पता दर्ज करा रहे हैं, जहां वह विदेश में रह रहे हैं।

इंटरनेशनल टैक्स लेजिस्लेशंस में बदलावों के अनुसार, दुनियाभर के फाइनेंशियल संस्थानों को कस्टमर्स के टैक्स रेजिडेंस के मुताबिक उनकी अकाउंट इंफॉर्मेशन लोकल टैक्स अथॉरिटीज को देनी होती है, जहां फाइनेंशियल अकाउंट्स हों। एनआरआई के मामले में टैक्स रेजिडेंस प्राय: उस देश में होता है, जहां वह रह रहा हो या काम कर रहा हो या जहां उस पर टैक्स रिटर्न फाइल करने की जिम्मेदारी हो या जहां उस पर इनकम टैक्स लगता हो। इसी का फायदा वे एनआरआई उठा रहे हैं जोकि भारतीय एजेंसियों के राडार पर हैं।

वे मांगने पर भी आय संबंधी जानकारी भारतीय एजेंसियों को देने की बजाय उन एजेंसियों को देते हैं जहां वे रहते हैं। 

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