नई दिल्ली: पनामा पेपर्स लीक मामले में नया खुलासा हुआ है। अप्रैल 2016 में पनामा पेपर्स के छपने के 3 हफ्ते पहले पनामा की लॉ फर्म मोसैक फोनसेका को किए गए ईमेल में कुछ भारतीयों के नाम सामने आए हैं। इनमें पीवीआर सिनेमा के मालिक अजय बिजली, सुनील मित्तल के बेटे व हाइक मैसेंजर के सीईओ कवीन भारती मित्तल और एशियन पेंट्स के प्रवर्तक अश्विन धनी के बेटे जलज अश्विन धनी का नाम शामिल हैं। ये वे लोग हैं जिनकी विदेश में कंपनियां होने का पता चला है। मोसैक इनके लिए काम कर रही थी।
2008 में शुरू की थी कवीन ने कंपनी: ईमेल में खुलासा
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक केबीएम ग्लोबल लिमिटेड के प्रवर्तक के तौर पर कवीन भारती मित्तल का नाम सामने आया है। यह फर्म ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड (बीवीआई) में दिसंबर 2008 में पंजीकृत हुई थी। मार्च 2016 के ईमेल में कवीन का नाम कंपनी के लाभार्थी प्रवर्तक के रूप में सामने आया है। इसमें उनका अमृता शेरगिल मार्ग, नई दिल्ली का पता भी दिया हुआ है।
12 लाख नए दस्तावेज मिले ताजा खुलासे में
12 लाख ऐसे दस्तावेज हैं जिनमें 12000 दस्तावेज भारतीयों से जुड़े है। 2016 में 1.15 करोड़ दस्तावेज सामने आए थे. इसे खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (आईसीआईजे) और जर्मनी के अखबार सूड्यूश जिटुंग ने मिलकर खोजा था। दस्तावेजों से यह भी खुलासा हुआ है कि पनामा की लॉ फर्म मोसैक फोनसेका उनका बहीखाता देख रही थी। मोसैक ने भारतीयों को उनकी कंपनियों के पंजीकरण से संबंधित दस्तावेज कम होने पर नोटिस भेजा था। इसके बाद मोसैक फोनसेका ने अपने सभी क्लाइंट को 90 दिन का नोटिस दिया, जिसमें उसने पंजीकृत एजेंट पद से रिजाइन करने की बात कही क्योंकि कंपनियां वैधानिक औपचारिकताएं पूरी करने में फेल रही थीं।
अमिताभ बच्चन भी फंसे हैं जांच में
जिन लोगों की विदेश में कंपनियां हैं उनमें शिव खेमका, अमिताभ बच्चन, जहांगीर सोराबजी, डीएलएफ समूह के केपी सिंह और उनके परिवार वाले, अनुराग केजरीवाल, मेहरासंस ज्वेलर्स के नवीन मेहरा और हाजरा इकबाल मेमन व उनके परिवारवालों के नाम शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में जो खुलासा हुआ था उसमें बताया गया था कि अमिताभ बच्चन लेडी शिपिंग लिमिटेड और ट्रेजर शिपिंग लिमिटेड के निदेशक हैं। उन्हें ब्रिटेन की मिनवेरा ट्रस्ट ने 90 दिन का नोटिस भेजा था। वह इन दोनों कंपनियों के एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर काम कर रही थी। इस मामले में एक और कंपनी सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड का भी नाम सामने आया। हालांकि जांच का सामना कर रहे अमिताभ बच्चन ने इन कंपनियों से कोई ताल्लुक होने से इनकार किया है। मोसैक फोनसेका से जुड़े दस्तावेजों में बताया गया कि कुछ भारतीय क्लाइटों ने अपना कंपनी बंद करने को कहा था जबकि कुछ ने लॉ फर्म से बतौर एजेंट काम करने का आग्रह किया था।