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नई दिल्ली: भारत में जीएसटी को लागू हुए जुलाई में एक साल होने वाला है। जीएसटी ने जहां छोटे कारोबारियों के लिए मुश्किलें खड़ी की तो वहीं दूसरी तरफ कई विदेशी कंपनियों को भी जीएसटी की मार सहनी पड़ी। जीएसटी के कारण कई बड़ी विदेशी कंपनियों के कारोबार पर विश्रामचिन्ह लग गया। देश में चल रही कई कंपनियों को जीएसटी के कारण अपना कारोबार समेटना पड़ गया।

वहीँ नोटबंदी और हाईवे पर शराब बेचने पर कई जगह बैन लगने की वजह से भी इन रेस्तरां और होटल के लिए मुश्किलें खड़ी हुई हैं। इसके बाद जीएसटी आने की वजह से उनका मुनाफा लगातार घटता चला गया। पिछले 11 महीनों के भीतर देश में तकरीबन 50 नामी डाइनिंग रेस्तरां और हैंबर्गर रेस्तरां बंद हो चुके है। बढ़ती महंगाई, होटल व रेस्तरां से इनपुट टैक्स क्रेडिट वापस लिया जाना, मुनाफा कम होना जिस वजह से इन रेस्तरां चेन के लिए दिक्कतें खड़ी हो गई।

देश में यूएस रेस्तरां चेन'वेंडी ने भी अपनी कई शाखाएं देश में बंद कर दी हैं, इसी तरह जेएसएम हॉस्पिटैलिटी ने अपने कैलिफोर्निया पिज्जा किचन और कैफे ऑउट ऑफ द बॉक्स के भारी घाटे के कारण बंद हो चुके हैं। वहीं डोमिनोज पिज्जा और डंकिन डोनट्स के रेस्तरां को ऑपरेट करने वाली जुबिलंट फूडवक्र्स ने 40 फीसदी डंकिन डोनट्स स्टोर्स को बंद कर दिया। टीजीआई फ्राइडे ने भी पिछले महीने अपने तीन स्टोर बंद कर दिए हैं।

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