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मुंबई: बंबई शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा। सेंसेक्स 514 अंक टूटकर करीब छह माह के निचले स्तर 26,305 अंक पर आ गया। निफ्टी भी टूटकर 8,200 अंक के स्तर से नीचे पहुंच गया। डालर में मजबूती आने और अमेरिका में प्रतिफल बढ़ने के बीच विदेशी मुद्रा का बाह्य प्रवाह बढ़ने की चिंता में बाजार में गिरावट जारी रही। रुपया भी आज कारोबार के दौरान 57 पैसे के नुकसान से करीब पांच माह के निचले स्तर 67.82 रपये प्रति डालर पर आ गया। ब्रोकरों ने कहा कि सरकार के पिछले सप्ताह के बड़े मूल्य के नोटों को बंद करने के फैसले तथा बड़ी कंपनियों के निराशाजनक तिमाही नतीजों से कारोबारी धारणा बुरी तरह प्रभावित हुई है। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26,809.61 अंक पर कमजोर खुलने के बाद और नीचे आया। अंत में यह 514.19 अंक या 1.92 प्रतिशत के नुकसान से 26,304.63 अंक पर आ गया। यह 25 मई के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 698.86 अंक टूटा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 187.85 अंक या 2.26 प्रतिशत के नुकसान से 8,108.45 अंक पर आ गया। यह 27 जून के बाद इसका निचला स्तर है। उस दिन निफ्टी 8,094.70 अंक पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान निफ्टी 8,100 से नीचे 8,093.20 अंक तक गया। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद सभी प्रमुख एशियाई मुद्राओं में डॉलर के मुकाबले गिरावट आ रही है।

इससे उभरते बाजारों से निकासी हो रही है। घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट की यह एक प्रमुख वजह है। आज जारी आंकड़ों के अनुसार लगातार दूसरे महीने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति नीचे आई है। अक्टूबर में यह घटकर 3.39% पर आ गई। इस बीच, सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार सितंबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मात्र 0.7% रही है। कल गुरुनानक जयंती के उपलक्ष्य में शेयर बाजारों में अवकाश था। बीएसई स्मालकैप में 4.67% तथा मिडकैप में 3.91% की गिरावट आई। आईटी को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के सूचकांक नुकसान में रहे। आईटी में 0.30% की बढ़त दर्ज हुई। विप्रो, टीसीएस और इन्फोसिस के शेयर 1.27% तक चढ़ गए। इस बीच, सितंबर में समाप्त तिमाही में शुद्ध लाभ में चार गुना बढ़ोतरी के बाद बैंक आफ बड़ौदा का शेयर 8.49% चढ़कर 174.35 रुपये पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह 10.17% तक चढ़ा था। सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स में सबसे अधिक 9.88% की गिरावट आई और यह 457.25 रुपये पर आ गया। सितंबर तिमाही में कंपनी का एकल शुद्ध घाटा बढ़कर 631 करोड़ रुपये पर आ गया। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 1,493.27 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट रही। जापान का निक्की 0.03% टूट गया। शंघाई कम्पोजिट में 0.11% का नुकसान रहा। हालांकि, शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार कुछ ऊपर चल रहे थे।

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