सोल: चीन ने कहा है कि बीजिंग के खिलाफ अमेरिकी मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली की योजनाबद्ध तैनाती करके दक्षिण कोरिया ने परस्पर विश्वास को नुकसान पहुंचाया है। योनहाज समाचार एजेंसी ने आज यह जानकारी दी। उत्तर कोरिया द्वारा हाल में मिसाइल और परमाणु परीक्षण करने के बाद इस महीने की शुरूआत में सोल और वॉशिंगटन ने दक्षिण कोरिया में टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) प्रणाली तैनात करने की घोषणा की थी। शत्रु मिसाइलों को तबाह करने के लिए प्रोजेक्टाइल प्रक्षेपित करने वाली शक्तिशाली प्रणाली की तैनाती की इस योजना से बीजिंग और मास्को दोनों देशों में नाराजगी बढ़ गई। वे इसे अमेरिका के क्षेत्र में अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के इरादे के तौर पर देखते हैं। बीते रविवार लाओस के वियांग चान में क्षेत्रीय फोरम से इतर अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष के साथ बैठक से पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पत्रकारों को बताया, ‘दक्षिण कोरिया के इस व्यवहार ने हमारे पारस्परिक भरोसे की नींव को कमजोर कर दिया है।’ योनहाप ने कोरियाई सरकार के अधिकारी के हवाले से कहा कि बैठक में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री युन बयुंग से ने द्विपक्षीय रिश्तों में चुनौतियों की बात स्वीकारी लेकिन इस बात पर जोर दिया कि थाड की तैनाती पूरी तरह से रक्षात्मक तौर पर की गई है और इससे चीन के सुरक्षा हितों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
प्योंगयांग के परमाणु कार्यक्रम पर कोरियाई उपमहाद्वीप में तनाव पसर जाने के बाद क्षेत्रीय सम्मेलन से इतर आज चीन और उत्तर कोरिया के शीर्ष राजदूतों ने भी इस मसले पर चर्चा की। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री और पूर्व परमाणु वार्ताकार रि यांग हो और उनके चीनी समकक्ष वान यी ने राजधानी वियांग चान में मुलाकात की। उत्तर कोरिया द्वारा चौथा परमाणु परीक्षण और मिसाइल प्रक्षेपण किए जाने के कारण बीजिंग और प्योंगयांग के रिश्ते तनावग्रस्त हो गए थे। चीन उत्तर कोरिया का प्रमुख कूटनीतिक संरक्षक और आर्थिक मददगार है।