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वॉशिंगटन: डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने अपने प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रंप के क्लीवलैंड सम्मेलन में दिए भाषण को ‘निराशावादी और विभाजनात्मक सोच’ वाला करार दिया। क्लिंटन ने कहा कि ट्रंप ने बहुत सारा गुस्सा और डर तो दिखाया लेकिन जितनी भी बातें उन्होंने कही उनका कोई हल नहीं बताया। फ्लोरिडा के टम्पा में एक चुनावी रैली के दौरान क्लिंटन ने कहा, ‘मैंने डोनाल्ड ट्रंप के निराशावादी और विभाजनकारी विचारों के बारे में सुना। लेकिन बीती रात का उनका भाषण तो कहीं ज्यादा आगे बढ़ गया। उन्होंने बहुत सारा डर, गुस्सा और नाराजगी बताई लेकिन जो भी बातें वह कर रहे थे उनके बारे में कोई हल पेश नहीं किया।’ क्लिंटन ने अमेरिकी जनता से अपील करते हुए कहा कि ट्रंप ने गुरुवार रात को क्लीवलैंड सम्मेलन में अमेरिका के भविष्य को लेकर जो ‘निराशावादी और विभाजनकारी’ दृष्टिकोण पेश किया है, वे उसे अस्वीकार कर दें। क्लिंटन ने ट्रंप के उस दावे पर भी सवाल उठाया जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका पतन की ओर है और केवल वे ही इसका समाधान निकाल सकते हैं। क्लिंटन ने कहा कि अमेरिकी समस्या का हल खुद निकालने में सक्षम हैं और वे दीवारें खड़ी नहीं करते बल्कि सेतु बनाते हैं। 68 वर्षीय क्लिंटन ने कहा, ‘रोजगार को लेकर उनकी कोई योजना नहीं है। वे लोगों को सुरक्षित करने की बात करते हैं लेकिन ऐसी कोई योजना नहीं बताते जिससे हमारी पुलिस की मदद मिले।

आप उनके भाषण को सुनकर समझ सकते हैं कि उनका मानना है कि अमेरिका पतन की ओर जा रहा है।’

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