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गाजा: वर्तमान में दुनिया दो बड़े युद्धों को झेल रही है। एक तरफ रूस-यूक्रेन युद्ध, वहीं दूसरी ओर, इजरायल-हमास के बीच चल रहा युद्ध। गाजा स्थित आतंकी समूह हमास द्वारा सात अक्तूबर को इजरायल पर पांच हजार रॉकेट दागे गए थे। जिसमें कई इजरायली नागरिकों की जान चली गई थी। गाजा से सटी इजरायली सीमा पर लगे फेंसिंग को तोड़ हमास के आतंकी इजरायल के शहरों में जा पहुंचे थे, जिसके बाद कई इस्राइली नागरिकों को बंधक बनाया गया था। जवाबी कार्रवाई में इजरायल द्वारा कई आतंकियों को ढेर किया गया था।

गाजा में मौजूद हमास के ठिकानों को इजरायली सेना द्वारा लगातार तबाह किए जा रहे हैं। गाजा पट्टी में इजरायली सेना की कार्रवाई जारी है। मंगलवार को इजरायली सेना ने गाजा के उत्तर में मौजूद दो अस्पतालों पर छापेमारी की। इस दौरान कई संदिग्ध कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया। इस पर इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि हम हमास के आंतकवादियों को पूरी तरह से खत्म करने का काम कर रही हैं।

इजरायली हमले में 17 दिन के मासूम की मौत

इजरायली ने मंगलवार को दक्षिणी गाजा के शहरों पर हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 45 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। इजरायल के रक्षा मंत्री, योव गैलेंट ने चेतावनी दी कि गाजा के दक्षिण में अभियान जारी रहेगा। दक्षिणी शहर राफा के अस्पताल में दो बच्चों की मौत हो गई। बच्चों की दादी, सुजैन जोराब ने कहा, एक बच्चा महज दो हफ्ते का था, जिसका नाम का अभी पंजीकरण नहीं हो पाया था। उन्होंने रोते हुए कहा, मुझे समझ नहीं आता कि इन बच्चों की हत्या करके उन्हें क्या हासिल होगा।

बड़ी संख्या में लोगों की मौत: स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायली हवाई हमले कई बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। अब तक 20 हजार से ज्यादा फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। ढाई माह से लगातार इस्राइल गाजा क्षेत्र पर हमला कर रहा है। कई परिवारों, घरों को तबाह कर दिया गया हैं।

मौतों के जिम्मेदार हम नहीं बल्कि हमास के आतंकी: इजरायल

वहीं इजरायल द्वारा जारी बयान में कहा गया कि गाजा में हमास के ठिकानों पर हमला किया जा रहा है। नागरिकों की मौतों पर हम जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमास के आतंकी दोषी हैं। वे बड़ी संख्या में आवासीय क्षेत्रों में मौजूद हैं। डब्ल्यूएचओ ने मुताबिक तबाही के बीच लगभग 50,000 फलस्तीनी महिलाएं गर्भवती हैं।

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