वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जो बाइडेन प्रशासन का कानूनी शिकंजा कसता नजर आ रहा है। गोपनीय दस्तावेज रखने के मामले में उन्हें आरोपित किया गया है। डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि उन्हें ऑफिस छोड़ने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को रखने के मामले में आरोपी बनाया गया है। ये ट्रंप के लिए सबसे गंभीर कानूनी खतरा है। अमेरिकी न्याय विभाग ने फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की है। बता दें कि ट्रंप एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने वीडियो संदेश में कहा, "मैंने इसकी कभी कल्पना नहीं की थी कि अमेरिका में एक लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसा कुछ हो सकता है। भ्रष्ट बाइडेन प्रशासन ने मेरे वकीलों को बताया है कि मुझ पर अभियोग लगाया गया है। इसे अमेरिका के इतिहास में काले दिन के रूप में देखा जा सकता है। हम एक देश के रूप में तेजी से नीचे जा रहे हैं, लेकिन हम मिलकर एक बार फिर अमेरिका को महान बनाएंगे।" उन्होंने कहा, "मैंने कोई अपराध नहीं किया है। मैं बेकसूर हूं।"
उन्होंने कहा, "पिछले लगभग ढाई साल से इस मामले में जांच चल रही है, लेकिन कुछ सामने नहीं आया है। अगले कुछ सालों तक भी जांच होने पर इसमें कुछ सामने नहीं आएगा। ये सब प्रायोजित है, मैं अनजाने में दस्तावेजों को ले गया था। दरअसल, उन्हें पता है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में मैं आगे चल रहा हूं। मैं विपक्षी को हरा सकता हूं। इसलिए ये सब किया जा रहा है।"
बताया जा रहा है कि गोपनीय दस्तावेजों की जांच के सिलसिले में डोनाल्ड ट्रंप पर कई आरोप लगाए गए हैं। अभियोग से परिचित, लेकिन इसके बारे में सार्वजनिक रूप से बोलने के लिए अधिकृत नहीं होने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि आरोप अभी अस्पष्ट हैं और सीलबंद हैं।