वाशिंगटन: केंद्रीय ग्रैंड जूरी ने गोपनीय दस्तावेज़ संभालने से जुड़े सात आपराधिक मामलों में डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाए हैं। पिछले साल फ्लोरिडा स्थित उनके मार-अ-लागो रिसॉर्ट में पाए गए दस्तावेज़ों में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी भी मौजूद थी।
क्या है पूरा मामला
अमेरिका के पूर्व कमांडर-इन-चीफ, जो दो बार महाभियोग का भी सामना कर चुके हैं, अब पहले ऐसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर केंद्र की ओर से आपराधिक आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों से उनके राजनैतिक भविष्य पर भी सवालिया निशान लगता नज़र आता है, क्योंकि वह 2024 में दोबारा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं।
पिछले साल अगस्त में एफबीआई ने मार-अ-लागो से 11,000 से अधिक दस्तावेज़ ज़ब्त किए थे, और उस दौरान ट्रंप को न्याय में बाधा डालने के आरोपों का सामना करना पड़ा था। आखिरकार जनवरी, 2022 में उन्होंने लगभग 200 गोपनीय दस्तावेज़ों वाले 15 बक्से नेशनल आर्काइव को सौंपे थे।
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, "मैं निर्दोष व्यक्ति हूं... बाइडेन प्रशासन पूरी तरह भ्रष्ट है... चुनाव में दखलअंदाज़ी, और अब तक का सबसे बड़ा ‘विच हंट‘ जारी है... अमेरिका फिर महान बने...।"
77-वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप पर दर्जनों वित्तीय अपराधों के आरोप लगे हैं, जिनमें एक एडल्ट फिल्मस्टार पर मुंह बंद रखने के लिए रकम दिए जाने की कथित साज़िश भी शामिल है। इस एडल्ट फिल्मस्टार ने ट्रंप के साथ संबंध होने का दावा किया था।
आपराधिक मुकदमा मार्च, 2024 में शुरू होने वाला है, और वह ठीक वही समय होगा, जब अमेरिकी चुनाव का मौसम ज़ोरों पर होगा।