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वाशिंगटन: देनदारियों में चूक से बचाने की ऋण सीमा बढ़ाने संबंधी विधेयक पर अवधि समाप्त होने से दो दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शनिवार को हस्ताक्षर कर दिए। इसके बाद संघीय सरकार पर अभूतपूर्व डिफॉल्टर होने का खतरा टल गया। व्हाइट हाउस ने एक ईमेल के जरिए बयान में हस्ताक्षर किए जाने की घोषणा की। इसमें बाइडेन ने कांग्रेस के नेताओं को उनकी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

टला सरकार का डिफॉल्टर होने का खतरा

अमेरिकी राजस्व विभाग ने चेतावनी दी थी कि अगर यह विधेयक समय रहते पारित नहीं हुआ तो देश के सामने अपने बिलों का भुगतान करने के लिए नकदी के संकट खड़ा हो जाएगा। इससे अमेरिकी और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। खर्च में कटौती करने के मुद्दे पर रिपब्लिकन पार्टी ने बिल पर गतिरोध पैदा कर दिया था। इससे डेमोक्रेटिक पार्टी के सामने संकट की स्थिति पैदा हो गई थी। विधेयक को अमेरिकी सीनेट ने 36 के मुकाबले 63 मतों से पारित किया था।

जो बाइडन ने कहा कि हम खर्च में कटौती कर रहे हैं और एक ही समय में घाटे को कम कर रहे हैं। हम बुनियादी ढांचे और स्वच्छ ऊर्जा में हमारे परिवर्तनकारी निवेशों के लिए सामाजिक सुरक्षा से लेकर मेडिकेयर से लेकर मेडिकेड तक दिग्गजों तक महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं की रक्षा कर रहे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने सौदे में "समझौता और सहमति" पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी को भी वह सब कुछ नहीं मिला जो वे चाहते थे, लेकिन अमेरिकी लोगों को वह मिला जिसकी उन्हें जरूरत थी। हमने एक आर्थिक संकट और एक आर्थिक पतन को टाल दिया है।

राहत की सांस ले सकता है अमेरिका: शूमर

सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने कहा कि विधेयक के पारित होने का मतलब है कि अमेरिका राहत की सांस ले सकता है। इसके पहले बाइडन ने शुक्रवार शाम ओवल हाउस में कहा था कि इस बजट समझौते को पारित करना महत्वपूर्ण था। देश के ऋण चूक से ज्यादा विनाशकारी कुछ नहीं होता है।

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