कीव: रूस और यूक्रेन के बीच एक साल से ज्यादा समय से युद्ध जारी है। इस बीच रूस ने पूर्वी यूक्रेन के बखमुत शहर पर कब्जे का दावा किया है। रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने स्वीकार किया कि बखमुत में चली लंबी लड़ाई में उसके 20 हजार से अधिक सैनिक मारे गए हैं। हालांकि, कीव ने बखमुत शहर पर कब्जे के दावे को खारिज कर दिया है।
लगातार जारी है संघर्ष
कीव ने कहा कि यहां पर स्थिति गंभीर है। वैगनर के प्रमुख ने एक साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन की सेना ने रूस के अक्रामक लक्ष्य का जोरदार जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कीव की सेना अपने पश्चिमी सहयोगियों द्वारा हथियारों की आपूर्ति और प्रशिक्षण के साथ मजबूत हुई है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले दिनों में पश्चिमी देशों के समर्थन से कीव अक्रामक जवाबी कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को भारी संख्या में मिसाइलें मिल रही है, उनके सैनिकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वे आक्रामक रूप से पलटवार करने की कोशिश करेंगे।
क्रीमिया पर हमले की आशंका
उन्होंने कहा कि वे क्रीमिया पर हमला कर सकते हैं, क्रीमिया पुल उड़ाने की कोशिश करेंगे, हमारी आपूर्ति लाइनें काट सकते हैं। इसलिए, हमें एक कठिन युद्ध के लिए तैयार रहने की जरूरत है। इससे पहले एक वीडियो में प्रिगोझिन ने कहा था कि बाखमुत की लड़ाई में उनके लड़ाकों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा।
यूक्रेन के ड्रोन गिराने का दावा
गौरतलब है कि पहले भी प्रिगोझिन हथियारों की पर्याप्त सप्लाई ना होने को लेकर रूस के रक्षा मंत्रालय पर निशाना साध चुके हैं। वहीं, रूसी सेना ने देश के दक्षिणी बेलगाराड क्षेत्र में बड़ी संख्या में यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है। बेलगाराड सरकार कहा कि ड्रोन को रात भर प्रांत में रोक दिया गया था। उन्होंने कहा इससे किसी को चोट नहीं आई है, लेकिन प्रशासनिक भवनों, आवासीय भवनों और कारों को नुकसान पहुंचा है। यूक्रेनी अधिकारियों ने इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।
रूस के युद्धपोत पर युक्रेन का हमला
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि काला सागर में रूसी युद्धपोत इवान हर्स पर बिना चालक दल के तीन यूक्रेनी स्पीडबोट्स द्वारा असफल हमला किया गया। टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि युद्धपोत तुर्कस्ट्रीम और ब्लू स्ट्रीम गैस पाइपलाइन की सुरक्षा में तैनात था। इस पाइपलाइन से रूस से तुर्किये तक गैस की सप्लाई होती है। हालांकि, इसपर कीव की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आयी है। रूस के इस बयान से तनाव बढ़ने की संभावना है।