इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव का सामने कर रहे इमरान खान ने वोटिंग से एक दिन पहले पाकिस्तान के लोगों से अपील की है कि सड़कों पर उतरकर अपना विरोध जाहिर करें। उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा कि कल आप देखेंगे कि मैं इनका कैसे मुकाबला करता हूं। इमरान खान ने कहा कि मैं आपसे कहना चाहता हूं कि आपको इसका विरोध जरूर करना है। मैं चाहता हूं कि मेरी कौम जिंदा हो. कोई और जिंदा देश होता, और उसमें ऐसा हो रहा होता तो कौम सड़कों पर होती।
इमरान खान ने कहा, 'मैं इतना चाहता हूं कि आप आज और कल सड़कों पर उतरकर विरोध करें। आपको कोई पार्टी ना निकाले, बल्कि आपका जमीर आपको बाहर निकाले। अपने मुल्क के लिए, अपने बच्चों के लिए निकले। ये चोर इसलिए सत्ता में आना चाहते हैं, ताकि ये अपने करप्शन के केस खत्म कर सकें। इन पर अरबों रुपए के करप्शन के केसे हैं। सिर्फ और सिर्फ ये लोग मुल्क से गद्दारी कर रहे हैं। इसलिए आपको निकलना चाहिए और बताना चाहिए कि आप जिंदा कौम हैं।'
पाकिस्तानी पीएम इमरान ख़ान ने लोगों से सड़कों पर निकलने की अपील की। सोचिए जब हज़ारों हज़ार की तादाद में पाकिस्तान तहरीके इंसाफ़ पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर होंगे तो वो क्या करेंगे? ज़ाहिर सी बात है कि वो सांसदों को संसद पहुँचने से रोकने की कोशिश करेंगे। तो क्या ख़ून ख़राबा होगा?
इमरान खान के इस आह्वान के बाद कल ख़ासतौर पर इस्लामाबाद में तनाव और हिंसा की आशंका बढ़ गई है। हालांकि, इमरान खान ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की है, लेकिन पाकिस्तान में जिस तरह की राजनीतिक अस्थिरता है और पीटीआई की सत्ता जाने की भूमिका तैयार है। इमरान की पार्टी के कार्यकर्ता शांति बनाए रखेंगे। इसमें पाकिस्तान के जानकारों को शक है।
बता दें, पाकिस्तान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने 28 मार्च को प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। इस पर कल मतदान होगा। इमरान खान को उन्हें प्रधानमंत्री पद से बेदखल करने की विपक्ष की कोशिश को नाकाम करने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 172 वोट की जरूरत है। हालांकि, विपक्ष ने अपने पक्ष में 175 सांसदों का समर्थन हासिल होने का दावा किया और प्रधानमंत्री से फौरन इस्तीफा देने की मांग की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली में बहुमत खोने के बावजूद बृहस्पतिवार को देश को संबोधित करते हुए कहा था कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और ‘अंतिम गेंद तक खेलेंगे।' साथ ही, उन्होंने कहा कि वह रविवार को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का सामना करेंगे, जिसमें फैसला होगा कि देश किस दिशा में जाएगा। राष्ट्र के नाम सीधे प्रसारण वाले एक संबोधन में खान ने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का चाहे जो भी नतीजा आए, वह और अधिक मजबूत होकर लौटेंगे।