इस्लामाबाद: पाकिस्तान में नेशनल असेंबली का सत्र सोमवार से शुरू हो गया। देश में जारी सियासी सरगर्मी के बीच विपक्ष ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पाकिस्तान के नेता प्रतिपक्ष एवं पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने यह प्रस्ताव (अविश्वास प्रस्ताव) पेश किया। विपक्ष को उम्मीद है कि अविश्वास प्रस्ताव सफल हो जाएगा।
पंजाब प्रांत के सीएम ने दिया इस्तीफा
इस बीच मीडिया में पाकिस्तान मीडिया के हवाले से कहा है कि पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने अपना इस्तीफा दे दिया है। दरअसल विपक्ष ने पंजाब असेंबली में मुख्यमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया था। इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के साथ ही विपक्ष ने पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री को हटाने की मुहिम भी तेज कर दी थी।
पाकिस्तान की सियासत में इसे बेहद महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है क्योंकि सत्ता के बदलते समीकरणों और सहयोगियों के बागी रुख के चलते इमरान खान का राजनीतिक भाग्य अधर में लटक गया है।
नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने सत्र के दौरान संसद के उन सदस्यों से जो प्रस्ताव के पक्ष में हैं खड़े होने के लिए कहा ताकि प्रस्ताव के समर्थक सदस्यों की संख्या सामने आ सके।
पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो न्यूज को सूत्रों ने बताया कि नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने सत्र से कुछ समय पहले ही विपक्ष के नेता से मुलाकात की और भरोसा दिया कि अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद सत्र स्थगित कर दिया जाएगा। नेताओं ने इस पर सहमति व्यक्त की। जब सत्र फिर से शुरू होगा तब अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी। मालूम हो कि सत्तारूढ़ पीटीआई के सदस्य ख्याल जमान (दिवंगत) को श्रद्धांजलि देने के बाद शुक्रवार को सत्र स्थगित कर दिया गया था।
खान की परेशानी को बढ़ाते हुए, उनकी अपनी पार्टी के लगभग 20 सदस्यों ने हाल ही में इस्लामाबाद के सिंध हाउस में शरण ली थी और उनमें से कोई भी शुक्रवार को नेशनल असेंबली में नहीं दिखा। इस्लामाबाद में पीपीपी के लंबे मार्च के बाद 8 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। विपक्ष को भरोसा है कि उसका प्रस्ताव सफल होगा क्योंकि पीटीआई के कई विधायक पीएम इमरान खान के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं। बता दें कि हाल ही में इमरान की पार्टी के लगभग 20 सदस्यों ने इस्लामाबाद के सिंध हाउस में शरण ली थी।
रिपोर्ट के मुताबिक सिंध हाउस में शरण लेने वाले बागियों में से कोई भी शुक्रवार को नेशनल असेंबली में नजर नहीं आया। 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में बहुमत का आंकड़ा 172 है। पीटीआई की अगुवाई वाले गठबंधन ने 179 सदस्यों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इसमें इमरान खान की पीटीआई में 155 सदस्य शामिल थे। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू), बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) ने भी सरकार बनाने में इमरान का साथ दिया था।