ढाका: बांग्लादेश के सुदूर इलाके में स्थित एक मठ में 70 वर्षीय बौद्ध भिक्षु की शनिवार को क्रूर तरीके से गला काट कर हत्या कर दी गई। पुलिस का कहना है कि मुस्लिम उग्रपंथियों के हाथों धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यकों की हत्या का देश में जो दौर चल रहा है, उसी कड़ी में यह ताजा घटना है। पुलिस ने बताया कि बंदरबन पर्वतीय जिले के नैकखंगचारी इलाके में स्थित बौद्ध मठ के प्रमुख मॉग शोई वू को शनिवार सुबह जब उनका एक अनुयायी नाश्ता देने गया तो उसने उन्हें मृत पाया। नैकखंगचारी पुलिस थाना के प्रभारी काजी अहसान ने फोन पर बताया, 'हमलावरों ने उनका गला रेत दिया था। ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी हत्या आधी रात के थोड़ी देर बाद की गई है जब वह मठ में अकेले थे।' बांग्लादेश में हाल के दिनों में मुस्लिम उग्रवादियों के हाथों बुद्धिजीवियों, धर्मनिरपेक्ष ब्लागरों और अल्पसंख्यकों की हत्या की सिलसिलेवार घटनाएं हुई हैं। बौद्ध भिक्षु की हत्या में इसकी छाप है। अभी तक किसी भी समूह ने भिक्षु की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमलावरों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बौद्ध मठ पड़ोस के गांवों से दूर एक सुनसान जगह पर स्थित है। इस मठ में मॉग शोई वू अकेले रहते थे।
पिछले हफ्ते भी देश के राजशाही शहर में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने एक मुस्लिम सूफी प्रचारक (65) की गला काटकर हत्या कर दी थी। हाल में किए गए एक हमले में एक उदारवादी प्रोफेसर की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसके दो ही दिन बाद देश की पहली समलैंगिक पत्रिका के संपादक की ढाका स्थित उनके फ्लैट में उनके एक दोस्त के साथ निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी गई थी।