लंदन: ब्रिटिश राजशाही द्वारा दुर्लभ राजनयिक भूल के तहत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय पिछले साल चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ब्रिटेन की राजकीय यात्रा के दौरान चीन के अधिकारियों को ‘बहुत अशिष्ट’ कहते हुए कैमरे में कैद हो गईं तथा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भी नाइजीरिया और अफगानिस्तान को दुनिया के ‘सबसे भ्रष्ट’ देशों में शामिल कहते हुए नजर आए हैं। एक आधिकारिक शाही कैमरामैन ने बकिंघम पैलेस गार्डन पार्टी के दौरान उनकी टिप्पणियां रिकार्ड की जिन्हें आज प्रसारित किया गया। नब्बे वर्षीय महारानी पिछले साल अक्टूबर में राष्ट्रपति शी की यात्रा के दौरान चीन में ब्रिटेन के राजदूत बारबरा वुडवार्ड के साथ चीन के अधिकारियों के व्यवहार पर चर्चा कर रही थीं। महारानी की टिप्पणियां रिकॉर्ड हो गईं जब उन्हें स्काटलैंड यार्ड के कमांडर लूसी डिओर्सी से मिलवाया गया। महारानी को लूसी के बारे में बताया गया कि उन्होंने शी के ब्रिटेन दौरे के दौरान सुरक्षा की देखरेख की। महारानी को यह कहते हुए सुना गया, ‘ओह, दुर्भाग्य।’ इस पर डिओर्सी ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि आप जानती हैं या नहीं, लेकिन यह मेरे लिए बहुत मुश्किल समय था, इस पर महारानी ने जवाब दिया ‘मुझे पता है।’
महारानी ने डिओर्सी से कहा कि चीन के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य ‘राजदूत के साथ बहुत अशिष्टता से पेश आए।’ पुलिस कमांडर ने भी सहमति जताते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि वे बहुत अशिष्ट और बहुत अराजनयिक थे।’ बकिंघम पैजलेस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम महारानी की निजी बातचीत पर टिप्पणी नहीं करते। बहरहाल, चीनी राजकीय दौरा बहुत सफल था।’ इसी तरह प्रधानमंत्री कैमरन भी एक राजनयिक भूल करते हुए कैमरे में कैद हुए हैं। वह महारानी से यह कहते हुए दिख रहे हैं कि नाइजीरिया और अफगानिस्तान दुनिया के दो ‘सबसे भ्रष्ट’ देश हैं। कैमरन ने यह टिप्पणी कल होने वाली भ्रष्टाचार निरोधक शिखर बैठक से पहले की है। इस बैठक को नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी भी संबोधित करेंगे।