बांजुल: गांबिया के राष्ट्रपति याहया जाम्मेह ने अपना कार्यकाल खत्म होने के सिर्फ दो दिन पहले देश में आपातकाल की घोषणा कर दी जिसके बाद ब्रिटिश और हालैंड की ट्रैवल एजेंसियों ने गांबिया से हजारों पर्यटकों को निकालने की तैयारी कर ली है। जाम्मेह ने 22 वर्षों तक गांबिया में सत्ता संभाली। उन्होंने दिसंबर में हुए चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी अदामा बैरो की जीत शुरुआत में स्वीकर ली थी लेकिन बाद में उन्होंने यह कहते हुए इसे खारिज कर दिया कि मतों की गिनती दोषपूर्ण थी। उन्होंने इस सबंध में देश के सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। जाम्मेह ने सरकारी टीवी पर घोषणा की कि एक दिसंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव और गांबिया के आंतरिक मामलों में बहुत अधिक और असामान्य ढंग से किये गये विदेशी हस्तक्षेप की वजह से आपातकाल घोषित किया जाता है। जाम्मेह ने कहा, ‘आपातकाल लगने के बाद से नागरिकों पर गांबिया के कानूनों का उल्लंघन करने, हिंसा को बढ़ावा देने और सार्वजनिक व्यवस्था एवं शांति को भंग करने के उद्देश्य से कार्य करने पर प्रतिबंध होगा।’ जाम्मेह ने सुरक्षा बलों को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए कहा है। संसद के एक सूत्र ने बताया कि गांबिया के संविधान के अनुसार अगर नेशनल एसेंबली आपातकाल की पुष्टि कर देती है तो आपातकाल की स्थिति 90 दिनों के लिए रहती है।
विधायिका ने मंगलवार देर रात को आपातकाल की पुष्टि की।