वॉशिंगटन: अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने आज कहा कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता एवं कानून के शासन पर विश्व भर में हमला हो रहा है और ऐसे में शांति, समृद्धि एवं प्रगति के लिए कूटनीति दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ताकतों में से एक है। हिलेरी ने विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में आयोजित अमेरिकी डिप्लोमेटिक सेंटर पवेलियन के उद्घाटन समारोह में पूर्व विदेश मंत्रियों के साथ शिरकत की। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में नवंबर 2016 में आश्चर्यजनक रूप से हार झेलने के बाद अपने दुर्लभ जनसभा संबोधन में कहा, ‘कूटनीति शांति, समृद्धि एवं प्रगति के लिए विश्व में अब तक ज्ञात सबसे प्रभावी ताकतों में से एक है।’ उन्होंने इस अवसर पर कहा, ‘लोकतंत्र, स्वतंत्रता एवं कानून के शासन पर विश्व भर में हमला हो रहा है। बढ़ती निरंकुशता एवं संकुचित सोच द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के दौर की उस नींव को खतरा पैदा कर रही हैं जो अमेरिकी दूतों से स्थापित की है और उन्होंने मार्शल एवं अचेसन के समय से जिसकी रक्षा की है।’ इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व की दुनिया को आज भी ना केवल आवश्यकता है बल्कि इसका व्यापक स्तर पर स्वागत किया जाता है। यह बात सुनिश्चित करके अमेरिकी दूतों ने वास्तव में एक असाधारण कहानी लिखी है जो आगामी पीढ़ियों के लिए मिसाल साबित होगी।
अमेरिकी कूटनीति की कहानी व्यापक रूप से अलग पृष्ठभूमियों के लोगों की शांति एवं फलदायी तरीके से काम करने की क्षमता को लेकर आशावाद की एक बहुत अलग एवं बहुत ऊंची सोच को प्रतिबिंबित करती है। उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि यह विदेश में भी हो सकता है। क्यों? क्योंकि हमने यहां अपने घर में यह किया है और किसी भी अन्य देश ने विभिन्न पृष्ठभूमियों, विविध महत्वाकांक्षाओं एवं उम्मीदों वाले इतने लोगों को गले नहीं लगाया है, जैसा कि अमेरिका ने किया है। यही बात हमें दुनिया से अलग करती है।’